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पीलीभीत टाइगर रिजर्व के पर्यटन सत्र पर फिर मंडराया खतरा, समय से पहले हो सकता है बंद, जानें वजह

Corona new variant Omicron कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू करने की घोषणा कर दी है। संक्रमण फिर भी अगर बढ़ता है तो और भी बंदिशें लागू किए जाने की संभावना है।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Fri, 24 Dec 2021 08:07 PM (IST)Updated: Fri, 24 Dec 2021 08:07 PM (IST)
पीलीभीत टाइगर रिजर्व के पर्यटन सत्र पर फिर मंडराया खतरा, समय से पहले हो सकता है बंद, जानें वजह
कोरोना संक्रमण के कारण पिछले दो पर्यटन सत्र निर्धारित अवधि से पहले ही करने पड़ चुके बंद

बरेली, जेएनएन। Corona new variant Omicron : कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू करने की घोषणा कर दी है। संक्रमण फिर भी अगर बढ़ता है तो और भी बंदिशें लागू किए जाने की संभावना है। ऐसे में पीलीभीत टाइगर रिजर्व का पर्यटन सत्र लगातार तीसरी बार प्रभावित होने की आशंका है। पिछले दो पर्यटन सत्र निर्धारित समय से पहले ही समाप्त कर दिए गए थे। पीलीभीत टाइगर रिजर्व का पर्यटन सत्र पंद्रह नवंबर से शुरू होकर पंद्रह जून तक चलता रहा है।

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वर्ष 2020 में मार्च के महीने में कोरोना संक्रमण के केस मिलने लगे तो पर्यटन सत्र को तत्काल बंद कर दिया गया। वैसे यह सत्र पंद्रह जून तक चलता। इस तरह से निर्धारित अवधि से लगभग तीन महीने पहले ही पर्यटन सत्र खत्म हो गया। उसी साल अक्टूबर आते आते संक्रमण काफी हद तक नियंत्रित हो गया। ऐसे में पिछले सत्र की भरपाई के लिए पर्यटन सत्र पंद्रह के बजाय पहली नवंबर को ही शुरू करा दिया गया।

काफी प्रचार प्रसार भी किया गया, जिससे पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके। बहरहाल दूसरा सत्र सामान्य रूप से संचालित हो रहा था कि इस साल अप्रैल में कोरोना का नया वैरिएंट डेल्हा कहर बरपाने लगा। ऐसे में टाइगर रिजर्व का पर्यटन सत्र एक बार फिर निर्धारित अवधि से पहले खत्म करना पड़ा। वर्तमान पर्यटन सत्र पिछले महीने पंद्रह नवंबर को शुरू हुआ है लेकिन अभी दो महीने भी पूरे नहीं हुए और कोरोना का एक और नया वैरिएंट ओमिक्रोन अफ्रीकी देशों से शुरू होकर अपने देश में भी न सिर्फ दस्तक दे चुका है बल्कि इसके मरीज बढ़ने लगे हैं।

इसी कारण शासन को रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू करने की घोषणा करनी पड़ी है। रात्रिकालीन कर्फ्यू से अगर अपेक्षित परिणाम नहीं आते तो अन्य तरह की बंदिशें भी फिर से लागू की जा सकती हैं। रात्रिकालीन कर्फ्यू से तो पर्यटन सत्र पर ज्यादा असर फिलहाल नहीं होगा लेकिन अगर ओमिक्रोन का संक्रमण बढ़ता है तो पर्यटन सत्र प्रभावित होने की पूरी संभावना है।

अब तक 2430 पर्यटकों ने की जंगल की सैर: विगत पंद्रह नवंबर से शुरू हुए पर्यटन सत्र में अब तक 2430 पर्यटक जंगल की सैर करने पहुंच चुके हैं। हालांकि प्रसिद्ध पर्यटन स्थल चूका में रात्रि विश्राम करने वाले पर्यटकों की संख्या काफी कम रही है लेकिन नए साल के लिए वहां की सभी हट पांच जनवरी तक के लिए अग्रिम तौर पर आरक्षित हो चुकी हैं। पीलीभीत टाइगर रिजर्व के प्रभागीय वनाधिकारी नवीन खंडेलवाल ने बताया कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के मरीज अपने देश में भी बढ़ रहे हैं। रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू होने के बाद शासन से जो गाइड लाइन मिलेगी, उसका पूरी तरह से पालन कराते हुए पर्यटन सत्र संचालित होगा। अभी इस बाबत शासन से कोई दिशा निर्देश नहीं मिले हैं। 


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