तीन सौ बेड अस्पताल से डीएसओ का सैंपल गायब, लीपापोती में जुटा विभाग
लापरवाही की इससे बड़ी मिशाल और क्या हो सकती है। जिले के एक आला अधिकारी का सैंपल तीन सौ बेड से गायब हो जाता है। सुबह कंसाइनमेंट जब आइवीआरआइ भेजने के लिए कर्मचारी पहुंचे तो आठ नंबर बॉक्स से जिला सर्विलांस अधिकारी का सैंपल गायब देख शोर मचाते हैं। काफी हो हल्ला के बाद कंसाइनमेंट आइवीआरआइ भेज दिया जाता है।
बरेली, जेएनएन: लापरवाही की इससे बड़ी मिशाल और क्या हो सकती है। जिले के एक आला अधिकारी का सैंपल तीन सौ बेड से गायब हो जाता है। सुबह कंसाइनमेंट जब आइवीआरआइ भेजने के लिए कर्मचारी पहुंचे तो आठ नंबर बॉक्स से जिला सर्विलांस अधिकारी का सैंपल गायब देख शोर मचाते हैं। काफी हो हल्ला के बाद कंसाइनमेंट आइवीआरआइ भेज दिया जाता है। इसके बद पता चलता सैपलिग नोडल ने ही सैंपल लीक होने पर उसे हटाया।
तीन बेड अस्पताल से जिले भर के सैंपल कंसाइनमेंट बनाकर आइवीआरआइ को जांच को भेजे जाते हैं। शुक्रवार को जिले भर से लिए गए 241 सैंपल का कंसाइनमेंट रात को बनाया गया था। जिसे सुबह सात बजे से पहले आइवीआरआइ भेजना था। इसमें जिला सर्विलांस अधिकारी (डीएसओ) का भी सैंपल था। सूत्र बताते हैं कि सुबह जब कर्मचारी कंसाइनमेंट आइवीआरआइ ले जाने के लिए पहुंचे तो सभी बॉक्स चैक किये। जिसमें आठ नंबर बॉक्स से एक सैंपल गायब था। जब सैम्पल का मिलान किया तो वह जिला सर्विलांस अधिकारी का निकला। यह देख कर्मचारियों के होश उड़ गए उन्होंने इसे लेकर शोर मचाया और आनन फानन मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी। उसे कन्साइनमेंट ले जाने के निर्देश दिए गए, कहा गया पहले जो सैंपल हैं उन्हें लेकर आइवीआरआइ जाएं। इस पर लैब टैक्नीशियन शेष बचे 240 सैम्पल का कंसाइनमेंट आइवीआरआइ जमा कर आए। इसके बाद मामला काफी तूल पकड़ गया। कंसाइनमेंट जाने पर दी सैंपल लीक होने की जानकारी
सुबह दस बजे डॉ. मीशम ने जानकारी दी कि उन्होंने सुबह कंसाइनमेंट चेक किया तो वह सैंपल लीक था, इसलिए उसे हटा दिया। नियमानुसार इसकी जानकारी उन्हें कंसाइनमेंट ले जाने वाले जिम्मेदार व्यक्ति को देनी चाहिए थी, अमूमन ऐसा होता भी है, लेकिन इस सैंपल के लीक होने पर जानकारी नहीं दी गई। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लीपापोती करने में लगे हैं। इस पूरे मामले को पर्दे के पीछे से देख रहे लोग कुछ और ही मान रहे हैं। तीन दिन पहले ही हुआ ट्रांसफर
बता दें कि डीएसओ की जिम्मेदारी संभाल रहे एसीएमओ का तीन दिन पहले ही नोएडा ट्रांसफर हुआ है। इसके अगले ही दिन उन्होंने मुरादाबाद के जिला अस्पताल में ट्रूनेट मशीन से अपनी जांच कराई, जिसकी एंट्री बरेली के कोविड-19 पोर्टल पर की गई। फिलहाल जिला सर्विलांस अधिकारी कोविड एल-2 अस्पताल में अपने बेटे समेत आइसोलेट हैं। तीन सौ बेड अस्पताल में नहीं लगे सीसीटीवी कैमरे
कोविड-19 के तहत जहां भी कार्य चल रहे हैं वहां सीसीटीवी होना जरूरी है। लेकि जिले के सैंपलिग सेंटर में सीसीटीवी नहीं लगा है। शनिवार को जिला सर्विलांस अधिकारी के सैंपल कंसाइनमेँट से गायब होने के बाद जो हो हल्ला मचा, सीसीटीवी होती तो शायद ऐसा न होता। उसे देखकर समझ आ जाता कि सैंपल लीक होने की वजह से ही हटाया गया था। वर्जन
सैंपल का कंसाइनमेंट चैक करने पर बॉक्स नंबर आठ देखा तो पाया कि उसमें एक सैंपल लीक था। इसलिए उसे हटा दिया गया।
-डॉ. मीसम अब्बास, आइडीएसपी प्रभारी