बदायूं में शराब के नशे में युवक ने मोदी को कहे अपशब्द, गाड़ी में की तोड़फोड़, हमले में बाल-बाल बचे मोदी
Drunken youth abused Modi बदायूं की श्यामनगर कालोनी निवासी भाजपा पिछड़ा मोर्चा के जिलाध्यक्ष से उन्हीं के मुहल्ले के एक युवक ने गाली गलौज कर दी। वह उन पर हमला करता इससे पहले उन्होंने पुलिस को फोन कर दिया जिससे वह बाल बाल बच गए।
बरेली, जेएनएन। Drunken youth abused Modi : बदायूं की श्यामनगर कालोनी निवासी भाजपा पिछड़ा मोर्चा के जिलाध्यक्ष से उन्हीं के मुहल्ले के एक युवक ने गाली गलौज कर दी। वह उन पर हमला करता इससे पहले उन्होंने पुलिस को फोन कर दिया, जिससे वह बाल बाल बच गए। हालांकि आरोपित ने उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ जरूर कर दी। पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपित युवक तमंचा लहराते हुए फरार हो गया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित की तलाश शुरू कर दी है।
श्याम नगर कालोनी निवासी मनोज कुमार मोदी ने बताया कि शनिवार शाम वह क्षेत्र से लौटे थे। इसी दौरान उनके मुहल्ले में रहने वाला रिषी मनोहर पुत्र मुरली मनोहर उनके पास आकर गाली गलौज करने लगा। वहां मौजूद लोगों ने उसे समझाने का प्रयास किया लेकिन वह मनोज कुमार मोदी पर हमलावर होने लगा। इस पर मनोज ने सूचना कोतवाली पुलिस को दी। सूचना पर कुछ ही देर में कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची तो वह पुलिस को देख कर जान से मारने की धमकी देते हुए उनकी गाड़ी में तोड़ फोड़ करने लगा और तमंचा लहराते हुए वहां से फरार हो गया। इसके बाद मनोज कुमार मोदी ने पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने युवक के खिलाफ गाली गलौज, तोड़फोड़ करने और जान से मारने की धमकी देने के मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपित की तलाश की जा रही है, लेकिन वह घर में ताला डालकर फरार है।
झूठ बोलते हैं इंस्पेक्टर कोतवालीः इस मामले में पुलिस ने शनिवार शाम ही मुकदमा दर्ज कर लिया था। इस संबंध में जब इंस्पेक्टर कोतवाली डीएस धामा से बात की गई तो उन्होंने पहले घटनाक्रम होने से ही इन्कार किया। जब उन्हें मामले की विस्तृत जानकारी दी गई तो उन्होंने बताया कि परिवार के लोगों में ही विवाद हुआ था। आरोपित युवक मनोज कुमार के परिवार का ही है। पूछा गया कि मुकदमा दर्ज हो गया तो इंस्पेक्टर कोतवाली ने दो टूक कहा कि तहरीर मिली है, अभी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। एसएसपी डा. ओपी सिंह ने बताया कि भाजपा पिछड़ा मोर्चा के जिलाध्यक्ष के साथ हुई घटना की जानकारी तो नहीं है। लेकिन अगर मुकदमा दर्ज होने के बाद भी कोतवाली इंस्पेक्टर द्वारा गलत जानकारी दी जा रही है। उन्हें तलब किया जाएगा। घटनाक्रम की सही जानकारी देनी चाहिए।