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ग्लोबल फार्मा पर ड्रग्स विभाग का छापा, नए रैपर लगाकर बेची जा रही एक्सपायरी डेट की दवा

दवा पर लिखी एक्सपायरी डेट गुणवत्ता की गारंटी नहीं रह गई है। मल्टीविटामिन खांसी के सिरप एंटीबॉयोटिक दवा आइ ड्राप से लेकर कॉस्मेटिक क्रीम और साबुन के पैकिंग लेबल को बदलकर एक्सपायर वस्तुओं को बेचने का खेल ड्रग विभाग और एफएसडीए की संयुक्त कार्रवाई में उजागर हुआ।

By Ravi MishraEdited By: Published: Wed, 30 Sep 2020 09:06 AM (IST)Updated: Wed, 30 Sep 2020 09:06 AM (IST)
ग्लोबल फार्मा पर ड्रग्स विभाग का छापा, नए रैपर लगाकर बेची जा रही एक्सपायरी डेट की दवा
बरेली में ग्लोबल फार्मा पर ड्रग्स विभाग का छापा, नए रैपर लगाकर बेची जा रही एक्सपायरी डेट की दवा

बरेली, जेएनएन। दवा पर लिखी एक्सपायरी डेट गुणवत्ता की गारंटी नहीं रह गई है। मल्टीविटामिन, खांसी के सिरप, एंटीबॉयोटिक दवा, आइ ड्राप से लेकर कॉस्मेटिक क्रीम और साबुन के पैकिंग लेबल को बदलकर एक्सपायर वस्तुओं को बेचने का खेल ड्रग विभाग और एफएसडीए की संयुक्त कार्रवाई में उजागर हुआ। बड़ी बमनपुरी के ग्लोबल फार्मा पर एक्सपायर दवा पर नए रैपर लगाने के बाद बेचने की पुष्टि छानबीन के बाद होने पर 21 तरह की दवा और रैपर सील किया गया है। ड्रग आयुक्त संजय कुमार के मुताबिक दवाओं के एक्सपायरी होने के बाद उन्हें स्टोर किया जा रहा था। मौके से बरामद रैपर नई तारीखाें के थे। कई दवाओं के रैपर हटाने के बाद सामने आया कि वहां रैपर बदले जा रहे थे।

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इसके बाद कास्मेटिक और साबुन के रैपर भी जांचे गए। यह खेल बड़े पैमाने पर होने की पुष्टि हुई। मेडिकल स्टोर की शिकायत मुख्यालय स्तर पर हुई थी। मंगलवार शाम ड्रग्स और फूड विभाग की टीम ने छापामारी की। कर्मचारी जितेंद्र मौके पर मिला। मेडिकल स्टोर के संचालक विनीत विसारिया से जब टीम ने संपर्क करने की कोशिश की तो उनके भाई ने बाहर होने का हवाला दिया। संचालक के भाई से अधिकारियों की नोकझोंक भी हुई। ड्रग लाइसेंस मिला, लेकिन फूड लाइसेंस नहीं था ग्लोबल फार्मा मेडिकल स्टोर वर्ष संचालक विनीत विसारिया 1999 से स्टोर चला रहे थे। ड्रग्स लाइसेंस उन्होंने लिया था, लेकिन फूड आइटम नहीं मिला।

अब टीम छानबीन में जुटी हुई कि दवाओं पर लगाने के लिए नए रैपर कहां से लाए जाते थे। बरेली के अंदर भी कही प्रिंटिंग तो नहीं हो रही है। अधिकारियों ने खातों को खंगाला मेडिकल स्टोर पर काम कर रहे जितेंद्र से मेडिकल स्टोर के अकाउंट से संबंधित जानकारी भी ली गई। जितेंद्र मेडिकल स्टोर पर एकाउंट और मार्केटिंग का काम देखते हैं। कुछ दस्तावेज भी अधिकारियों ने अपने कब्जे में लिए हैं। कार्रवाई के दौरान सहायक आयुक्त ड्रग्स संजय कुमार, औषधि निरीक्षक विवेक कुमार सिंह, उर्मिला वर्मा, एफएसओ मोनिका गुप्ता और अशोक मौजूद रहे। खाद्य विभाग ने भी तीन नमूने भरे हैं।

संचालक बोले- फेंकने के लिए रखी थी दवाई

टीम की कार्रवाई के बाद संचालक विनीत विसारिया ने फोन पर बताया कि एक्सपायर दवा जब्त की गईं हैं, वह फेंकने के लिए रखी हुई थी। लॉकडाउन के बाद से ही दवाएं रखी हुई थी। एक्सपायर दवाओं पर नया रैपर लगाकर बेचने की बात सही नहीं है। उन्होंने बताया कि मैं परिवार के साथ लखनऊ में हूं।

एक्सपर्ट होने के नाते मैं इतना कह सकता हूं कि ऐसी दवा खाने के बाद मरीज की जान पर भी बन सकती है। सामान्य बीमारी में फायदा नहीं होने से मरीज परेशान हुए होंगे। इस दुकान की पूरी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। - संजय कुमार, सहायक ड्रग आयुक्त बरेली मंडल

ड्रग के साथ फूड आइटम की भी सैंपल लिए गए हैं। हमारा संयुक्त छापामारी थी। साबुन और कास्मेटिक आइटम के भी रैपर बदलने की पुष्टि हुई है। - धर्मराज मिश्रा, अभिहित अधिकारी बरेली 


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