Smart City : भारत की चीन को न लेकिन बरेली में अफसरों को भा रहा ड्रैगन
एक तरफ चीन से सीमा विवाद के चलते न सिर्फ भारत सरकार ने कई चीनी एप पर प्रतिबंध लगा दिए हैं बल्कि कई विभागों ने चीनी कंपनियों के टेंडर भी रद्द कर दिए।
बरेली, जेएनएन। एक तरफ चीन से सीमा विवाद के चलते न सिर्फ भारत सरकार ने कई चीनी एप पर प्रतिबंध लगा दिए हैं बल्कि कई विभागों ने चीनी कंपनियों के टेंडर भी रद्द कर दिए। वही बरेली के अधिकारियों को अभी भी चीनी उत्पादों से इतना लगाव है कि वह अक्षर विहार तालाब में चाइनीज ड्रैगन बोट चलाने की तैयारी कर रहे हैं।
शहर को खूबसूरत बनाने के लिए सिविल लाइंस स्थित अक्षर विहार तालाब का स्मार्ट सिटी के तहत सौंदर्यीकरण किया जाएगा। इसके लिए तालाब के पानी को न सिर्फ साफ रखने के लिए एसटीपी लगाया जाएगा बल्कि तालाब के चारों तरफ रेलिंग के साथ बैठने के लिए बेंच लगाई जाएंगी और साथ में यहां पर लोग बोटिंग कर सकें। इसके लिए पैडल बोट की भी व्यवस्था होगी।
एक तरफ भारत चीन विवाद के चलते ज्यादातर चीन के उत्पादों का बायकॉट किया जा रहा है। वहीं स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को चीन के उत्पाद इतने भा रहे हैं कि वह तालाब में चाइनीज ड्रैगन बोट चलवाने की तैयारी कर रहे हैं । तालाब में एसटीपी लगाने के लिए 15 लाख का टेंडर निकाला गया है। उसमें दस चाइनीज ड्रैगन बोट चलाने की भी बात कही गई है।
ये चाइनीज ड्रैगन बोट चार सीटर होगी और प्लास्टिक की बनी होगी, जिनकी संख्या 10 होगी। यह टेंडर 15 सितंबर को अपलोड किया गया था जिसे एक अक्टूबर को खोला जाएगा। हालांकि मामला सामने आने के बाद अब अधिकारी गोलमोल जवाब दे रहे हैं। चीन सीमा विवाद के चलते पिछले दिनों महापौर डा. उमेश गौतम ने स्मार्ट सिटी में चीनी उत्पाद न इस्तेमाल करने को अधिकारियो को पत्र भी लिखा था।
तालाब को सौंदर्यीकरण के लिए क्या क्या होगा तालाब में जाने वाले गंदे पानी को दो एमएलडी के एसटीपी के जरिए साफ किया जाएगा। तालाब के चारों तरफ रेलिंग लगाने के साथ लैंडस्केप और बैठने के लिए बेंच की व्यवस्था होगी। साथ ही स्पाइक लाइट, गार्डेन ट्री जैसे खूबसूरती बढ़ाने वाले पौधे भी लगाए जाएंगे।
चाइनीज उत्पादों का हम इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं बल्कि जो चाइनीज पैडल ड्रैगन बोट बताई गई हैं। वह डिजाइन के लिए लिखा गया है न कि चाइनीज उत्पाद के लिए है। संजय सिंह चौहान, जीएम, स्मार्ट सिटी लिमिटेड