तीन सौ बेड अस्पताल में बदइंतजामी की इंतहा, सैंपलिंग कराने आने वाले हो रहे बेहोश
अस्पताल में सैंपलिंग के लिए आने वाले काफी इंतजार करते हैं। गर्मी के चलते लोगों की हालत खराब हो जाती है।
बरेली, जेएनएन : स्वास्थ्य विभाग में लापरवाही और अस्पतालों में बदइंतजामी का सिलसिला रुक नहीं रहा है। नया मामला तीन सौ बेड अस्पताल का है। सोमवार को गर्मी और उमस के चलते यहां सैंपलिंग कराने आए लोगों की हालत खराब हो गई। सैंपलिंग शुरू होने का इंतजार करते करते दो महिलाएं बेहोश हो गईं। इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने जमकर हंगामा और तोड़फोड़ भी की। मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस बुलानी पड़ी। तीन सौ बेड अस्पताल में चल रहे सैंपलिंग सेंटर में अव्यवस्थाओं को लेकर फिर हंगामा हुआ।
सोमवार को सुबह दस बजे से ही सैंपलिंग कराने के लिए लोग पहुंचने लगे थे। सोमवार को यहां 195 सैंपल कराए गए। यहां आए लोगों की स्क्रीनिंग कराने के बाद कुर्सियों पर बैठा दिया गया, लेकिन सैंपलिंग शुरू नहीं कराई गई। दोपहर साढ़े तीन तक वह सभी इंतजार करते रहे। इसके बाद सैंपलिंग शुरू हुई और देर रात तक चली। इस दौरान दो महिलाएं बेहोश हो गईं। इस पर वहां हंगामा शुरू हो गया। महिलाओं को आननफानन बाहर ले जाया गया और पानी आदि डालकर उन्हें होश में लाया गया। इसी दौरान जो और लोग इंतजार कर रहे थे वह भी भड़क गए। फरीदपुर के रहने वाले युवक ने हंगामा शुरू कर दिया। उसके साथ में अन्य लोगों ने भी अस्पताल की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े किए। मामला बढ़ते देख सूचना बारादरी पुलिस को दी गई। पुलिस के पहुंचने पर सैंपलिंग कराने आए लोग शांत हुए। इसके बाद सैंपलिंग शुरू हो सकी।
आइवीआरआइ में दिन भर नहीं हुई जांच
भारतीय पशु चिकित्सा संस्थान में (आइवीआरआइ) में सोमवार को दिन भर सैंपलों की जांच नहीं हो सकी। इस बाबत संस्थान के संयुक्त निदेशक (कैडरेड) डॉ. वीके गुप्ता का कहना है कि काफी समय से बीएसएल-3 लैब की रिपे¨रग नहीं हुई थी। ऐसे में सोमवार को सुबह से उसकी रिपेय¨रग कराई गई, जिसकी वजह से कोविड-19 के नमूनों की जांच शाम सात बजे से शुरू हो पाई। 75 नमूनों की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को भेज दी गई है। बाकी जांच रात में भी की जा रही है।
क्या बोले जिम्मेदार
तीन सौ बेड अस्पताल में हवा, पानी व बैठने आदि की सभी व्यवस्थाएं हैं। सैंपलिंग होने में ज्यादा देरी नहीं हुई थी। सोमवार को ज्यादा लोग सैंपल कराने पहुंचे थे। इसके चलते कुछ दिक्कत रही। हंगामा होने पर पुलिस को बुला लिया था। इसके बाद मामला शांत हो गया।
- डॉ. अजमेर सिंह, प्रभारी सैंपलिंग सेंटर, तीन सौ बेड अस्पताल