300 Bed Hospital Scam News : बयान तक सीमित रहने पर चढ़ा एसएसपी का पारा, बोले- गैर जमानती वारंट लेकर करो विकास की तलाश
300 Bed Hospital Scam News तीन सौ बेड अस्पताल में नौकरी के नाम पर 50 लोगों से डेढ़ करोड़ के मामले में एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने कोतवाली पुलिस से प्रगति रिपोर्ट पूछी। इस दौरान कोतवाली पुलिस सिर्फ बयान दर्ज करने की बात तक सीमित रह गई।
बरेली, जेएनएन। 300 Bed Hospital Scam News : तीन सौ बेड अस्पताल में नौकरी के नाम पर 50 लोगों से डेढ़ करोड़ के मामले में एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने कोतवाली पुलिस से प्रगति रिपोर्ट पूछी। इस दौरान कोतवाली पुलिस सिर्फ बयान दर्ज करने की बात तक सीमित रह गई। जिसके बाद एसएसपी ने लाइन पर लेते हुए साफ आदेश दिया कि ठगी के मुख्य आरोपित विकास यादव के खिलाफ गैर जमानती वारंट लेकर उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार किया है। उससे पूछताछ की जाए कि उसके साथ ठगी के इस रैकेट में और कौन-कौन लोग शामिल है। जिसके बाद आधार पर उनकी भी गिरफ्तारी की जाए। एसएसपी के तीखे तेवर देखकर अब तक सुस्त जांच में चल रही कोतवाली पुलिस अब विकास का गैर जमानती वारंट लेने की तैयारी शुरू कर दी है। इसी के साथ उसकी गिरफ्तारी के लिए पते ठिकाने की भी तलाश के लिए पुलिस ने अपने मुखबिर छोड़े हैं।
तीन सौ बेड में नौकरी लगवाने के नाम पर डेढ़ करोड़ की ठगी के मामले में पुलिस ने 50 पीड़ितों की शिकायत पर 12 दिन पहले कोतवाली में एसएसपी के निर्देश पर मुकदमा दर्ज किया था। पीड़ितों ने जिला महिला अस्पताल के बड़े बाबू कुलदीप शर्मा, सीएमएस ऑफिस के वार्ड ब्वाय ताहिर व बॉबी व विकास यादव के खिलाफ भर्ती के नाम पर वसूली के आरोप लगाए थे। पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया लेकिन मुख्य आरोपित विकास की धरपकड़ के बजाए 12 दित तक पीड़ितों के बयान दर्ज करने तक ही सीमित रह गई। पुलिस ने विकास की गिरफ्तारी की बात तो दूर उसके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई तक नहीं की।
एसएसपी ने सख्त लहजे में कोतवाल को दिए निर्देश
शुक्रवार दोपहर एसएसपी ने ऑफिस में सुनवाई कर रहे थे। उसी दौरान उन्होंने कोतवाली पुलिस को फोन अब तक की गई कार्रवाई के बारे में पूछा तो पता चला कि अभी तो बयान ही दर्ज किए जा रहे हैं। उन्होंने पूछा की क्या फरार मुख्य आरोपित विकास के खिलाफ गैर जमानती वारंट लिया तो कोतवाली पुलिस कुछ जवाब नहीं दे सकी। जिसके बाद एसएसपी ने सख्त लहजे में कोतवाली पुलिस को उसके खिलाफ गैर जमानती वरंट लेकर उसकी जल्द से जल्द गिरफ्तारी के आदेश जारी किए।
मुकदमा होते ही फरार, घर में खूब किया था विकास
पुलिस की पड़ताल में पता चला कि आरोपित मुकदमा दर्ज होने की भनक पहले से ही थी। वह भागने की पूरी तैयारी कर चुका था। मुकदमा दर्ज होते ही वह गांव छोड़कर परिवार के साथ चला गया। ग्रामीणों की माने तो खुद को प्रापर्टी डीलर बताने वाले विकास ने गांव में खूब विकास किया। उसने घर तो बनाया ही साथ ही उसका रहन सहन किसी रसूखदार से कम नहीं था। ग्रामीणों के पूछने पर वह खुद को प्रापर्टी डीलर के साथ रियल स्टेट कारोबारी बताता था। पुलिस अब उसके परिवार में कितने लाेग हैं। उसने तीन साल में परिवार के किन-किन लोगों के नाम प्रापर्टी बनाई और किसके बैंक खाते में कितने रुपये हैं। इसका पता लगाने में जुटी है।