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बरेली के अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित पिता के बारे में पूछती रही बेटी, किसी ने कुछ नहीं बताया, जानें चार दिन बाद अस्पताल से फोन आया तो क्या कहा

कोरोना संक्रमण को लेकर हर ओर हायतौबा मची हुई है। जो संक्रमित है वह तो परेशान है ही उनके स्वजन भी विचलित हो रहे हैं। ऐसे में अस्पतालों में संक्रमितों के साथ दुर्व्यवहार किए जाने के मामले स्थिति और गंभीर कर रहे हैं। दो अस्पतालों से तीन वीडियो वायरल हुए।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Sat, 24 Apr 2021 10:39 AM (IST)Updated: Sat, 24 Apr 2021 10:39 AM (IST)
बरेली के अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित पिता के बारे में पूछती रही बेटी, किसी ने कुछ नहीं बताया, जानें चार दिन बाद अस्पताल से फोन आया तो क्या कहा
रुहेलखंड मेडिकल कालेज में रात दो बजे संक्रमित मरीजों की एंबुलेंस बाहर कर लगा दिया गया था ताला।

बरेली, जेएनएन। कोरोना संक्रमण को लेकर हर ओर हायतौबा मची हुई है। जो संक्रमित है वह तो परेशान है ही, साथ ही उनके स्वजन भी विचलित हो रहे हैं। ऐसे में अस्पतालों में संक्रमितों के साथ दुर्व्यवहार किए जाने के मामले स्थिति और गंभीर कर रहे हैं। गुरुवार रात से शुक्रवार तक दो अलग अलग अस्पतालों से तीन वीडियो वायरल हुए। जिनमें संक्रमितों के साथ गलत व्यवहार किए जाने, भर्ती न किए जाने और संक्रमित के स्वजनों के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप लगाए गए।

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रुहेलखंड अस्पताल में भर्ती संक्रमित राकेश कुमार की बेटी ने भी एक वीडियो बनाकर पीएम और सीएम से इंसाफ की गुहार लगाई। वीडियो वायरल कर उन्होंने बताया कि चार दिन पहले पिता को भर्ती कराया था। उसके बाद से इस अस्पताल से प्रतिदिन शव निकलते ही देखे हैं। किसी को सही होकर जाते नहीं देखा।

इसके चलते डरी हुई थी बार बार अस्पताल प्रशासन से पिता को देखने उनकी हालत के बारे में जानकारी ले रही थी, लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी। बताया कि एक युवक ने कहा था कि यहां कोई इलाज नहीं करता अपने पिता को ले जाओ। बताया कि जब पूछो तब कहते थे कि पिता ठीक हैं रात में अचानक तबीयत बिगड़ने की बात कही और सुबह मौत की जानकारी दे दी।

कहीं बेड नहीं है तो कहां ले जाएं

शहर के बाहर स्थित एक एल-2 अस्पताल से शहर के सिविल लाइंस निवासी युवक ने वीडियो वायरल कर बताया कि दो प्राइवेट अस्पतालों के बाद यहां आए हैं। पिता की हालत गंभीर है, उन्हें ऑक्सीजन चाहिए। लेकिन हर जगह बेड न होने की बात कहकर मना कर दिया जा रहा है। ऐसे में मरीज को कहा ले जाए। वीडियो वायरल होने के बाद संबंधित युवक ने सीएमओ को फोन कर पूरा मामला बताया। इसके बाद सीएमओ के फोन करने पर संक्रमित को एल-2 अस्पताल में भर्ती किया गया।

सीएमओ डा. एस के गर्ग ने बताया कि कोविड अस्पताल बंद कर संक्रमितों को बाहर निकाले जाने का वायरल वीडियो का संज्ञान लिया है। मामले की जांच एसीएमओ डा. अशोक कुमार को दी है। बताया गया कि ऑक्सीजन प्लांट काम न करने के चलते भर्ती करने से मना किया गया था। लेकिन बाद में भती्र कर लिया गया था। 


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