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डीजीपी कार्यालय तक डकैती व हत्याकांड की गूंज, अब गोली का जवाब 'गोली' से देगी पुलिस

भमोरा के बभियाना गांव में हुई डकैती व हत्या की गूंज डीजीपी ऑफिस तक पहुंच गई है।

By Edited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 02:22 AM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 12:58 PM (IST)
डीजीपी कार्यालय तक डकैती व हत्याकांड की गूंज, अब गोली का जवाब 'गोली' से देगी पुलिस
डीजीपी कार्यालय तक डकैती व हत्याकांड की गूंज, अब गोली का जवाब 'गोली' से देगी पुलिस

बरेली(जेएनएन)। भमोरा के बभियाना गांव में हुई डकैती व हत्या की गूंज डीजीपी ऑफिस तक पहुंची है। चूंकि, डकैत पेशेवर हैं लिहाजा एनकाउंटर तय हो गया है। अब बदमाशों को देखते ही पुलिस गोली चलाएगी। पुलिस बदमाशों के काफी करीब पहुंच चुकी है।

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बभियाना गांव में मंगलवार रात को बदमाशों ने डकैती के दौरान कारचोब कारोबारी चमन की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जबकि उसके भाई निसारउद्दीन को विरोध करने पर तमंचे की मूठ मारकर घायल कर दिया था। तमाम रात्रि गश्त व यूपी-100 की तैनाती के बाद भी डकैती व हत्या जैसी वारदात होने पर डीजीपी ने नाराजगी जताई है। इसके साथ ही संकेत भी मिल गया कि बदमाश अपने पैरों पर चलकर जेल नहीं जाएंगे। एनकाउंटर तय है। बदमाशों को देखते ही पुलिस सीधे गोली चलाएगी। पुलिस ने शातिर बदमाश के नाम भी तय कर लिए हैं जो अब पुलिस की गोली का निशाना बनेंगे। दरअसल, पुलिस को यह भी डर सता रहा है कि विपक्ष इस घटना के बाद लॉ एंड आर्डर को मुद्दा भी बना सकता है।

गांव के ही निहालुद्दीन ने रची थी डकैती की साजिश

भमोरा के बभियाना गांव में डकैती की घटना के पीछे गांव में ही छिपा एक विभीषण है। दोनों बदमाशों के पकड़े जाने के बाद जब उनसे सख्ती से पूछताछ हुई तब पता चला कि गांव के ही निहालुद्दीन ने बदमाशों को सूचना देकर बताया था कि कमरुद्दीन के घर में सात लाख रुपये हैं। उसने बदायूं में रहने वाले मौसेरे भाई निसारुद्दीन को जानकारी दी। इसके बाद डकैती की पूरी योजना तैयार हुई। बदमाशों ने दो दिन पहले गांव में आकर कमरुद्दीन के घर की पूरी लोकेशन बाहर से देख ली थी। घर के बाहर खंभा देखकर तय कर लिया था कि रात में अंधेरे का फायदा उठाकर खंभे से ही चढ़ना है। घटना के बाद गांव में छिपा डकैतों का मददगार भी भागा हुआ है। पुलिस उसकी भी तलाश में जुटी हैं। बदायूं में उसके रिश्तेदारों के यहां दबिश दी जा रही है।

पुलिस की वर्दी पहनकर डालता था डकैती

पकड़ा गया बदमाश नावे अली पुलिस की वर्दी पहनकर डकैती डालता था। बदायूं सदर कोतवाली क्षेत्र में नावे अली ने 2017 में पुलिस की वर्दी में ही डकैती डाली थी। इसके बाद वह पकड़ा गया था। 14 दिन पहले 30 अक्टूबर को ही नावे अली जेल से छूटकर आया है।

बदायूं व आस-आस के इलाकों में ताबड़तोड़ दबिश

बदमाशों को पकड़ने के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं। एसएसपी, एसपी क्राइम, एसपी देहात, सीओ आंवला के नेतृत्व में टीमों को गठित करा गया है। सीओ आंवला ने अलीगंज, भमोरा व सरदारनगर चौकी इंचार्ज को बदमाशों की तलाश में लगाया है। इधर, एसपी क्राइम ने भी तीन टीमें बनाकर उन्हें अलग-अलग भेजा है। इसके अलावा एसपी देहात डॉ. सतीश कुमार की टीम भी बदमाशों की तलाश में बदायूं में दबिश दे रही हैं।

इनोवा से आए थे बदमाश

बदमाश इनोवा कार से डकैती डालने आए थे। घर से कुछ दूरी पर बभियाना रेलवे स्टेशन के पास उन्होंने कार को खड़ा किया था। चूंकि, घटना के दौरान ग्रामीण जाग गए और फायरिंग कर दी। लिहाजा, बदमाश अलग-अलग दिशा में भागे हैं।

लूट को लेकर संशय

पुलिस का कहना है कि डकैतों ने गोली मारी है यह तो सही है लेकिन बदमाश माल को लूटकर ले नहीं जा सके। एसओ भमोरा विशाल प्रताप ने बताया तहरीर में भी परिजनों ने लूट की रकम व जेवर का जिक्र नहीं किया है। वैसे भी पहले पुलिस ने मुकदमा 395 डकैती में दर्ज किया इसके बाद उसे 396 डकैती विद मर्डर में तरमीम किया गया।  

क्या कहते हैं एसएसपी

हमारी टीमें लगातार बदमाशों की तलाश में जुटी हैं। जल्द ही सफलता मिलेगी। बदमाशों बच नहीं पाएंगे।- मुनिराज जी, एसएसपी


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