बरेली में दो किसानों पर हमला किया तो भीड़ ने तेंदुए को घेरकर मार डाला
रिठौरा क्षेत्र के गांव बढ़ेपुरा में तेंदुआ ने खेत में काम कर रहे दो किसानों पर हमला कर दिया। शोर-शराबा सुनकर भीड़ मौके पर एकत्र हो गई ओर तेंदुआ को घेरकर मार डाला।
बरेली, जेएनएन। रिठौरा क्षेत्र के गांव बढ़ेपुरा में तेंदुआ ने खेत में काम कर रहे दो किसानों पर हमला कर दिया। शोर-शराबा सुनकर भीड़ मौके पर एकत्र हो गई ओर तेंदुआ को घेरकर मार डाला।
गांव बढ़ेपुरा निवासी भुवनेश्वर कुमार गांव के समीप गन्ने की निराई कर रहे थे। अचानक एक तेंदुआ भागते हुआ आया। उनपर हमला कर दिया। भुवनेश्वर की पीठ, कमर व गर्दन को जख्मी कर दिया। चीख पुकार सुन आसपास खेतों में काम कर रहे किसानों ने उन्हें बचाया। सूचना पर वन क्षेत्राधिकारी नील माणि, डिप्टी रेंजर चंद्र सिंह, वन दारोगा पुष्कर जोशी, वन रक्षक चंद्र शेखर पुजारी, वन कर्मी अकबर अली बढ़ेपुरा पहुंचे। वन क्षेत्राधिकारी ने टीम के साथ जंगल में कांबिंग की। तेंदुआ के पगचिह्न मिले लेकिन, वह नहीं दिखा। वन क्षेत्राधिकारी ने ग्राम बढ़ेपुरा व आस पड़ोस के ग्रामीणों को सतर्क रहने को कहा। तेंदुआ पकडऩे के लिए दो टीमें बनाईं, जो कैंप के लिए छोड़ दी गईं।
उधर, देर शाम तेंदुआ ने ग्राम कमुआ जा पहुंचा। मैैंथा की गुड़ाई कर रहे शिवकुमार (50) पर भी हमला कर दिया। सूचना पर टीम वहां भी पहुंची मगर लौट आई। इस बीच कमुआ के ग्रामीणों ने तेंदुआ को घेरा लिया। लाठी डंडों से पीटकर उसे मार डाला। बाद में सूचना पर वन क्षेत्राधिकारी व एसओ हाफिजगंज सौरभ सिंह मौके पर पहुंचे।
जिंदा पकडऩे में वन विभाग फेल
एक बार फिर वन विभाग संरक्षित जीव तेंदुआ को बचाने में नाकाम रहा। इलाके में उसकी मौजूदगी के बावजूद वन अफसर उसकी घेराबंदी नहीं कर पाए। समय रहते उसे कैद कर लेते तो ग्रामीण कानून हाथ में नहीं लेते।
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