हसिया से गर्भवती पत्नी का पेट फाड़ने के मामले में क्रिकेटर सुरेश रैना की पत्नी ने किया ये ट्वीट
बदायूं में युवक द्वारा हसिया से महिला का पेट फाड़ कर बच्चा देखने की हैवानियत भरी घटना ने सभी को हिला कर रख दिया है। इसी घटना को लेकर क्रिकेटर सुरेश रैना की पत्नी ने ट्ववीट किया है।
बदायूं , जेएनएन। बदायूं में शराब के नशे में धुत युवक द्वारा हसिया से महिला का पेट फाड़ कर बच्चा देखने की हैवानियत भरी घटना ने सभी को हिला कर रख दिया है। इसी घटना को लेकर क्रिकेटर सुरेश रैना की पत्नी प्रियंका चौधरी रैना ने ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है इससे अधिक भीषण कुछ नहीं हो सकता। लडका चाहने की लालच कब खत्म होगी। यहां तक मां की जिंदगी दांव पर है। कन्या भ्रूण हत्या का ये मामला काफी भयानक है। वहीं इस घटना में घायल महिला जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही है।
ये है पूरा मामला
बदायूं के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के मुहल्ला नेकपुर में रहने वाले पन्नालाल ने अपनी गर्भवती पत्नी का अनीता को पेट इसलिए हसिंया से मारकर फाड दिया कि वह देख सके कि उसके गर्भ में पलने वाली छठी संतान लड़का है या फिर लडकी। लडके की चाहत में हैवानियत भरी इस घटना को अंजाम देने पर जब महिला की हालत बिगडी तो लोगो को पता चला। मौके पर पहुंची बहन रेखा और आस पास के लोग नजारा देख कर स्तब्ध रह गए। परिजन उसे तुरंत अस्पताल ले गए। जहां से उसे चिकित्सकों ने तुरंत बरेली भेजा। देर रात हालत बिगडने के बाद अब महिला का इलाज दिल्ली में चल रहा है। जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। हांलाकि इस मामले में पुलिस महिला के पति के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर चुकी है।
बेटियों से करता है नफरत
पति की हैवानियत का शिकार हुई अनीता का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने पांच बेटियों को जन्म दिया था। आज समाज बेटी को भले ही चाहे जिस नजरिए से देखता हो लेकिन अनीता का पति पन्नालाल बेटियों से नफरत से करता है। उसको बेटे की चाह थी इसी बात को लेकर वह आए दिन अनीता को ताना मारता था इसके साथ ही उस पर जुल्म भी करता था। पिटाई करने का जब रिश्तेदारों को पता चला तो उन्होंने कई बार पन्नालाल को समझाया। लेकिन पन्नालाल किसी की बात सुनने को राजी नहीं हुआ। अनीता पर जुल्म करने का सिलसिला जारी रहा। उसने गर्भावस्था में भी कई बार अनीता की पिटाई की। शनिवार को जुल्म की इंतेहा हो गई। पन्नालाल ने जो हैवानियत भरा कृत्य किया उसने एक बार फिर महिलाओं के प्रति होने वाले अत्याचारों और कन्या भ्रूण हत्या अपराधों पर सोचने पर विवश कर दिया है।