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Lok Sabha Election 2019 : केंद्रीय मंत्री के दांव से फंसी मतगणना अमले की गर्दन Bareilly News

मंत्री के इस पत्र ने प्रशासनिक के साथ राजनीतिक गलियारों में भी खलबली मचा दी है। यह मामला इसलिए अहम है क्योंकि जिस बूथ पर भाजपा उम्मीदवार के रूप में कम वोट मिलने की बात कही जा रही है

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Sun, 18 Aug 2019 09:52 AM (IST)Updated: Sun, 18 Aug 2019 08:23 PM (IST)
Lok Sabha Election 2019 : केंद्रीय मंत्री के दांव से फंसी मतगणना अमले की गर्दन Bareilly News
Lok Sabha Election 2019 : केंद्रीय मंत्री के दांव से फंसी मतगणना अमले की गर्दन Bareilly News

बरेली, जेएनएन : केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संतोष गंगवार के दांव में मतगणना अमले की गर्दन फंस गई है। मंत्री के पत्र लिखने के बाद चूक स्वीकार कर ली गई है। मौखिक तौर पर यह बताया जा रहा है कि बूथवार आंकड़े तैयार करने में ऊपर-नीचे हो गए हैं। लिखित जवाब का इंतजार करना होगा। संभवतया तभी दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। अब अगर चूक बड़ी है तो फिर यह मामला चुनाव आयोग तक जाएगा।

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जिला निर्वाचन अधिकारी को मंत्री के लिखे पत्र की बात करें तो उसमें यह साफ कहा गया है कि बाल विष्णु सदन कालीबाड़ी के बूथ पर वोट बहुत कम मिले हैं। पांच वोट मिलने से किसी सूरत में सहमत नहीं हैं। इसलिए क्योंकि यह इलाका भाजपा का गढ़ रहा है। यहां हमें पांच और सपा को 583 वोट मिलना संभव नहीं प्रतीत नहीं होता। इस पर शुक्रवार को जिला निर्वाचन अधिकारी ने अभिलेखों की पड़ताल कराने की बात कही थी।


प्रदेश के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल। जागरण 

शनिवार को उन्होंने बताया कि चूक इतनी है कि ऊपर की फीगर नीचे और नीचे की ऊपर हो गई है। अगर यह मान भी लिया जाए तो चूक तो है। अब उसमें कार्रवाई किस पर होगी, यह देखने की बात होगी। आयोग के निर्देश पर होने वाली मतगणना में कई चेक प्वाइंट बनाए जाते हैं। मतगणना पर्यवेक्षक से लेकर एआरओ और आरओ तक कि जिम्मेदारी होती है। ताकि किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं हो। फिर भी चूक हो गई। वह भी 73 दिन बाद पकड़ में आई। तब जबकि इसके लिए केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने डीएम को पत्र लिखा।

मंत्री के इस पत्र ने प्रशासनिक के साथ राजनीतिक गलियारों में भी खलबली मचा दी है। यह मामला इसलिए अहम है, क्योंकि जिस बूथ पर भाजपा उम्मीदवार के रूप में कम वोट मिलने की बात कही जा रही है, वहां सूबे के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल भी वोट डालते हैं। बूथ भी उनके आवास के निकट है।

यह भी पढ़ें : सूबे के वित्त मंत्री के मुहल्ले में केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार को मिले थे सिर्फ पांच वोटwww.jagran.com/uttar-pradesh/bareilly-city-santosh-got-just-five-votes-in-the-state-finance-ministers-locality-bareilly-news-19493905.html

चुनाव आयोग तक जाएगा मतगणना पर उठा सवाल
प्रदेश के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल के मुहल्ले के मतदान केंद्र पर भाजपा प्रत्याशी संतोष गंगवार को महज पांच वोट मिलने का मामला तूल पकड़ गया है। सपा ने इस बाबत एलान कर दिया कि पहले ही आशंका जताई गई थी कि उनके भी वोटों की गिनती में गड़बड़ी हुई है। इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करेंगे। ऐसे में प्रशासन पर दबाव बन गया है। जिला निर्वाचन अधिकारी के जांच पूरी करके उसे जनता के सामने रखने का इंतजार हो रहा है।

जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद शनिवार को पूरे दिन सियासी गलियारों में इसकी चर्चा होती रही। जिला निर्वाचन कार्यालय का स्टाफ मतगणना से जुड़े अभिलेख तलाशता दिखाई दिया। कलेक्ट्रेट में भी गिनती की चूक को लेकर चर्चा रही। वह यह कि मतगणना में गलती होना मुश्किल है। अगर ऐसा है तो फिर भाजपा के गढ़ में कमल के बजाय साइकिल कैसे दौड़ गई? खैर ‘जागरण’ में मंत्री संतोष गंगवार से जुड़ी खबर पढ़ने के बाद हैरान सभी हैं। मीडिया के लोग प्रशासन का पक्ष जानने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे लेकिन डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह से मुलाकात नहीं हो सकी। बताया गया कि समाधान दिवस में गए हुए हैं।

यह है पूरा मामला
शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह को पत्र लिखकर कहा है कि कालीबाड़ी मुहल्ले के तमाम लोगों ने उन्हें बताया कि विष्णु बाल सदन के बूथ संख्या 290 पर जाकर उन्हें वोट दिया था। इसके बावजूद बीते लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के तौर पर उन्हें महज पांच व सपा को 583 वोट दर्ज हुए हैं। ऐसे में गिनती में चूक होना प्रतीत हो रहा है। अगर ऐसा जानबूझकर किया है तो मतगणना करने वाले जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और गिनती को दुरुस्त करें।

एक वोट के अंतर से हारजीत भी मायने रखती: संतोष गंगवार
केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने भारत सेवा ट्रस्ट पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि एक वोट की हारजीत भी मायने रखती है। यह तो फिर एक बूथ पर पौने 600 से ज्यादा वोट का अंतर है। उन्होंने कहा कि मतगणना में गलती होना नहीं चाहिए थी। संज्ञान में आया तो उससे डीएम को अवगत कराया। उनसे कहा कि चेक करके बताएं कि कालीबाड़ी में हमें मिले मतों का आंकड़ा सही है या गलत। मंत्री ने कहा कि उनके एतबार से आंकड़ा गलत है। जितने वोट सपा उम्मीदवार के खाते में दर्शाए गए हैं, हमें मिलना चाहिए थे। प्रतीत हो रहा है कि चार्ट बनाते समय चूक हुई है। जहां तक ईवीएम में गड़बड़ी का सवाल है तो यह गलत है। जब संतोष गंगवार से सवाल किया गया है कि कालीबाड़ी के जिस बूथ पर उन्हें कम वोट मिलने का अंदेशा है, उसका नाम क्या है तो कहा- इसकी जानकारी डीएम से लेनी चाहिए।

ईवीएम तय करती हैं भाजपा की जीत: भगवत शरन गंगवार
संतोष गंगवार के डीएम को गिनती की बाबत पत्र लिखने के बाद सपा नेता हरकत में आ गए। सपा उम्मीदवार रहे भगवत सरन गंगवार ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि गड़बड़ी की बात तय हो गई। साफ हो गया कि भाजपा ईवीएम के जरिये चुनाव जीतती रही है। यह आरोप लगाते हुए मतपत्रों से चुनाव की मांग उठाई। उन्होंने कई देशों का नाम लेकर कहा कि वहां गड़बड़ी के अंदेशे में ही ईवीएम से चुनाव नहीं कराए जाते। यह मांग निर्वाचन आयोग को भी मान लेना चाहिए। उन्होंने कई बूथ ऐसे गिनाए जहां उन्हें ज्यादा वोट मिलने चाहिए थे लेकिन नहीं मिले।

डीएम बोले, ऊपर का नीचे हो गया आंकड़ा
मतदान का जो आंकड़ा बताया जा रहा है। वह फीड होते समय ऊपर नीचे हो गया है। ऊपर के बूथ के मत नीचे और नीचे बूथ के मत ऊपर के बूथ में दर्ज हो गए हैं। हालांकि हार्ड कॉपी में आंकड़ा सही दिया गया है। -वीरेंद्र कुमार सिंह, डीएम


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