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Corruption : स्कूल की बाउंड्री का पैसा हजम कर गए प्रधान व सचिव, एसडीएम ने शुरू की जांच

प्रधान व सचिव ने परिषदीय विद्यालय की बाउंड्री निर्माण के लिए दो वर्ष पूर्व आया धन निकालकर हजम कर लिया। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत मंडलायुक्त से की थी।

By Ravi MishraEdited By: Published: Sat, 11 Jul 2020 11:25 PM (IST)Updated: Sat, 11 Jul 2020 11:25 PM (IST)
Corruption : स्कूल की बाउंड्री का पैसा हजम कर गए प्रधान व सचिव, एसडीएम ने शुरू की जांच
Corruption : स्कूल की बाउंड्री का पैसा हजम कर गए प्रधान व सचिव, एसडीएम ने शुरू की जांच

बरेली, जेएनएन। देश में भ्रष्टाचार की जड़ें काफी गहरी हैं। विभिन्न विभागों से होते हुए यह पाठशालाओं तक भी पहुंच गया है। ताजा मामला ब्लॉक के धंतिया गांव का है, जहां प्रधान व सचिव ने परिषदीय विद्यालय की बाउंड्री निर्माण के लिए दो वर्ष पूर्व आया धन निकालकर हजम कर लिया। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत मंडलायुक्त से की थी। मंडलायुक्त रणवीर प्रसाद ने एसडीएम को जांच सौंपी।

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जानकारी होने पर प्रधान व सचिव कार्रवाई से बचने के लिए स्थल पर निर्माण सामग्री पहुंचाकर फौरन बाउंड्रीवाल का निर्माण शुरू करा दिया। ग्रामीणों ने तहसील पहुंचकर एसडीएम ममता मालवीय को इसकी जानकारी दी तो वह शनिवार दोपहर मौके पर पहुंचीं। सचिव छत्रपाल सिंह ने बताया कि मामला तत्कालीन सचिव रोहित राव के समय का है। मौके पर पड़ी निर्माण सामग्री के बावत प्रधान से पूछा तो वह कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके।

खुद को फंसता देख तत्कालीन सचिव ने तहसील पहुंचकर एसडीएम को मामले की सफाई देने का प्रयास किया, लेकिन एसडीएम का रुख देखकर उनको उल्टे पांव लौटना पड़ा। गांव में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय एक ही परिसर में हैं। यहां बाउंड्री निर्माण के लिए 2018-19 में 1,11,665 की धनराशि मंजूर हुई थी। इस धनराशि से बाउंड्रीवाल का निर्माण न कराकर ग्राम प्रधान और सचिव ने बैंक से निकलकर निजी मामलों में खर्च लिया।

जानकारी होने पर ग्रामीणों ने बीडीओ, सीडीओ आदि से शिकायत की। कार्रवाई नहीं होने पर उन्होंने मंडलायुक्त से गुहार लगाई थी। ग्रामीणों की शिकायत पर जांच कराकर जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान के वित्तीय अधिकारों पर रोक लगा रखी थी, जो अभी हाल में ही हटी है। खंड शिक्षा अधिकारी रचना ङ्क्षसह ने बताया कि परिषदीय विद्यालय की बाउंड्रीवाल नहीं है। यहां जो शौचालय था, उसे भी तोड़वा दिया गया।

स्थलीय जांच के दौरान बाउंड्रीवाल का नव निर्माण होता पाया गया। जबकि करीब दो वर्ष पूर्व बन जानी चाहिए थी। सचिव रोहित राव ने तबादले पर चले जाने के बाद भी इस गांव पंचायत से जुड़ा रिकॉर्ड अभी तक मौजूदा पंचायत सचिव को नही सौंपा है। ऐसे में ग्रामीणों के आरोप की पुष्टि हुई है। उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट आयुक्त बरेली मंडल को भेज दी है। - ममता मालवीय, एसडीएम

 


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