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बरेली में फिर शुरू होगी दिल्ली से आने वालों की कोरोना जांच

दिल्ली में बढ़ता कोरोना संक्रमण जिले में आने से रोकने के लिए फतेहगंज पश्चिमी टोल प्लाजा और बरेली जंक्शन पर सैंपलिग शुरू की गई थी। कवायद के सकारात्मक परिणाम भी सामने आए। क्योंकि जंक्शन और प्लाजा पर लगभग हर रोज कोरोना संक्रमित मरीज मिले। लेकिन अच्छी पहल दो-तीन दिन बाद से बंद किए जाने की प्लानिग स्वास्थ्य विभाग कर रहा था।

By JagranEdited By: Published: Tue, 01 Dec 2020 02:45 AM (IST)Updated: Tue, 01 Dec 2020 02:45 AM (IST)
बरेली में फिर शुरू होगी दिल्ली से आने वालों की कोरोना जांच

बरेली, जेएनएन : दिल्ली में बढ़ता कोरोना संक्रमण जिले में आने से रोकने के लिए फतेहगंज पश्चिमी टोल प्लाजा और बरेली जंक्शन पर सैंपलिग शुरू की गई थी। कवायद के सकारात्मक परिणाम भी सामने आए। क्योंकि जंक्शन और प्लाजा पर लगभग हर रोज कोरोना संक्रमित मरीज मिले। लेकिन अच्छी पहल दो-तीन दिन बाद से बंद किए जाने की प्लानिग स्वास्थ्य विभाग कर रहा था। इसकी पुष्टि भी महकमे के कुछ चिकित्सकों और स्वास्थ्य महकमे के वरिष्ठ अधिकारियों ने दी। हालांकि जब सूचना पर दैनिक जागरण ने जिलाधिकारी नितीश कुमार से बात की, तो उन्होंने फैसले पर हैरत जताया। साथ ही कहा कि दिल्ली से आने वाले मुसाफिरों की जांच जारी रहेगी। उन्होंने इस बाबत जिले के वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी से बात की। जिसके बाद स्वास्थ्य महकमे ने फतेहगंज पश्चिमी टोल प्लाजा के पास कोविड-19 हेल्प डेस्क और जंक्शन पर मुसाफिरों की कोरोना सैंपलिग बंद करने की प्लानिग रद कर दी।

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मानसिक दबाव से लोगों ने कम किया है दिल्ली का रुख

हाइवे पर कोविड हेल्प डेस्क के जरिए चेकिग के दौरान भले ही कोरोना संक्रमित बहुत ज्यादा नहीं मिले। लेकिन संबंधित डॉक्टर भी मानते हैं कि ये हेल्प डेस्क काफी कारगर थीं। वजह, इससे लोगों पर मानसिक दबाव बना था और लोगों ने दिल्ली से आना और जाना कम कर दिया था।

नौ दिन सैंपलिग में मिले 12 कोरोना संक्रमित

फतेहगंज पश्चिमी टोल प्लाजा के पास कोविड हेल्प डेस्क बनी थी। इसकी शुरुआत नौ दिन पहले शनिवार को जिला सर्विलांस अधिकारी और एसीएमओ डॉ.रंजन गौतम ने की थी। आदेश हुए थे कि तीन शिफ्ट में 24 घंटे टोल प्लाजा के पास बनी हेल्प डेस्क पर निगरानी होगी। यहां हुई रैंडम सैंपलिग के सकारात्मक परिणाम भी मिले। नौ दिन में 12 कोरोना संक्रमित मिले। वर्जन..

कोरोना की दूसरी लहर का असर जिले में रोकने के लिए बॉर्डर एरिया पर दिल्ली से आने वाले और जंक्शन पर उतरने वाले मुसाफिरों की सैंपलिग जरूरी है। ऐसे में जांच यथावत होती रहेगी।

- नितीश कुमार, जिलाधिकारी .. ताकि कोरोना न बजा दे 'शादी का बैंड'

बरेली, जेएनएन : शादी का मौसम चल रहा है। ऐसे में शारीरिक दूरी का पालन करना काफी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में कोई कोरोना संक्रमित पूरी शादी का बैंड न बजा दे, इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी की है। महकमे की टीम जिले में डीजे, बैड, टेट और कैटरिग करने वालों की रैंडम सैंपलिंग करेगी। जाच की निगरानी का जिम्मा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विनीत कुमार शुक्ल को सौंपा गया है। जो रोज रिपोर्ट लेकर शासन को भेजेंगे।

एक दिसंबर को कैटरर्स और डीजे वालों की जांच

शासन ने कोरोना जांच के लिए कैलेंडर जारी किया है। इसके मुताबिक एक दिसंबर को डीजे और कैटरिग वालों की जांच होगी। दो दिसंबर को लाइट, साउंड और बैंड वालों की जांच की जाएगी। इसके बाद तीन दिसंबर को टेट व अन्य जांच होंगी। दिल्ली जाने वालों को बॉर्डर पर देना होगा ब्यौरा

बरेली, जेएनएन : दिल्ली में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए दिल्ली-यूपी बार्डर पर ही आने-जाने वाले सभी यात्रियों का पूरा ब्योरा दर्ज किया जाएगा। जिससे किसी संक्रमित के मिलने पर संपर्क में आने वाले अन्य लोगों को भी ट्रेस किया जा सके। नवरात्रि से रोडवेज की बसें दिल्ली भेजी जाने लगी थीं। बरेली व रुहेलखंड डिपों की 100 बसें प्रतिदिन दिल्ली जा रही थीं। दीपावली के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या फिर बढ़ी। जिसके बाद रोडवेज बसों की सवारियों को केवल कौशांबी डिपो में ही उतारा व चढ़ाया जा रहा है। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक कार्मिक चीनी प्रसाद ने बताया कि दिल्ली जाने वाले मुसाफिरों का भी डाटा दर्ज किया जा रहा है।


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