Positive India : बरेली के आइवीआरआइ में कोरोना जांच के लिए शासन की हरी झंडी का इंतजार
कोरोना संक्रमण की जांच भारतीय पशु चिकित्सा एवं अनुसंधान संस्थान यानी आइवीआरआइ में भी की जा सकती है। वहां लैब में टेस्ट की मंजूरी के लिए जिला प्रशासन की ओर से प्रस्ताव भेजा गया है।
बरेली, जेएनएन। शहर में कोरोना संकमण के छह मरीज सामने आ चुके हैं। रोजाना कई संदिग्धों की जांच की जा रही। इनके सैंपल लखनऊ केजीएमयू भेजे जाते हैं। वहां से रिपोर्ट आने में समय लगता है। कोरोना संक्रमण की जांच भारतीय पशु चिकित्सा एवं अनुसंधान संस्थान यानी आइवीआरआइ में भी की जा सकती है। वहां लैब में टेस्ट की मंजूरी के लिए जिला प्रशासन की ओर से प्रस्ताव भेजा गया है। वहां से अनुमति मिलने के बाद जिले के मरीजों की जांच यहीं हो सकेगी।
अभी लखनऊ से रिपोर्ट आने में कम से कम दो-तीन दिन का समय लगता है। यहां जांच की सुविधा हो जाएगी तो रिपोर्ट जल्द मिल सकेगी। हालांकि अभी शहर को रेड जोन घोषित नहीं किया गया है। जो छह मरीज मिले हैं, वे एक ही परिवार के हैं। किसी दूसरे क्षेत्र में संक्रमित सामने नहीं आया। देश भर में तब्लीगियों से संक्रमण फैलने की आ रहे मामलों जरूर चिंता बढ़ाई है। सतर्कता के तौर पर दूसरे जिलों से आने वाले लोगों की निगरानी की जा रही है। यहां तब्लीगी जमात के लोग तो हैं, मगर उनके दिल्ली से लौटकर आने की पुष्टि नहीं हुई है।
आइवीआरआइ में है बायोसेफ्टी लेवल-4 लैब
आइवीआरआइ में कोरोना की जांच के लिए बायोसेफ्टी लेवल-4 लैब तैयार है। इसमें हाईटेक मशीनें लगी हैं। आइवीआरआइ बरेली के अधिकारियों का कहना है कि आइसीएआर की ओर से संस्थान को तैयार रहने के लिए कहा गया है ताकि जरूरत पडऩे पर इनका भी इस्तेमाल किया जा सके।
क्या बोले आइवीआरआइ के निदेशक
आइवीआरआइ के निदेशक डॉ राजकुमार सिंह ने बताया कि आइसीएआर की ओर से बरेली आइवीआरआइ और हिसार, बैंगलुरु और भोपाल के सेंटर को तैयार रहने के लिए कहा गया है। अगर प्रशासन की जरूरत पड़ी तो हम पूरा सहयोग देंगे।
क्या बोले डीएम
डीएम नितीश कुमार का कहना है कि आइवीआरआइ में कोरोना जांच लैब का प्रस्ताव भेजा गया, जिसकी मंजूरी मिलने पर यहां के मरीजों की रिपोर्ट जल्द मिल सकेगी। जिले के हालात अभी नियंत्रण में हैं। यदि मरीज बढ़ते हैं तो पर्याप्त बेड व वेंटीलेटर का इंतजाम कर लिया गया है।