दहशत में संक्रमित का परिवार, प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
कोरोना संक्रमण के फैलाव के चलते अब लोग सहमे हैं। बुधवार रात आई रिपोर्ट में संक्रमित मिले एक वृद्ध को अस्पताल में आइसोलेट करा दिया गया लेकिन उनके परिवार के लोगों को घर पर ही क्वारंटाइन रहने को कहा गया था।
जेएनएन, बरेली: कोरोना संक्रमण के फैलाव के चलते अब लोग सहमे हैं। बुधवार रात आई रिपोर्ट में संक्रमित मिले एक वृद्ध को अस्पताल में आइसोलेट करा दिया गया, लेकिन उनके परिवार के लोगों को घर पर ही क्वारंटाइन रहने को कहा गया था। गुरुवार को उस समय अफरातफरी मच गई जब संक्रमित के बेटे ने वीडियो वायरल कर इलाज के लिए प्रशासन से गुहार लगाई।
वायरल वीडियो में संक्रमित के बेटे ने कहा कि उसके पिता में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके बाद परिवार में सभी की हालत बिगड़ने लगी है। बताया कि परिवार में उसकी पत्नी, बच्चे, मां, चाचा-चाची समेत 25 लोग हैं। जिला प्रशासन से अब तक कोई मदद नहीं मिली है। वीडियो में युवक ने घर के सभी सदस्यों का टेस्ट कराकर इलाज करने की गुहार लगाई। हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने वीडियो वायरल करने वाले व्यक्ति सहित परिवार के सभी सदस्यों की जांच कर इलाज कराने की बात कही है। वीडियो वायरल होने के बाद कुछ ही देर में स्वास्थ्य विभाग की सर्विलांस टीम के सदस्य उसके घर के बाहर पहुंच गए। युवक से संपर्क कर उसके परिवार के नौ सदस्यों को तीन सौ बेड अस्पताल ले जाया गया। युवक के वहां पहुंचने के बाद जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. रंजन गौतम भी तीन सौ बेड अस्पताल पहुंचे। उन्होंने युवक से जानकारी ली। बताया कि उसके सभी परिवार के लोगों की कुछ देर बाद सैंपलिग कराई जाएगी। इसका वीडियो भी जारी किया गया, जिसमें युवक संतुष्ट नजर आ रहा है। वीडियो में जो आरोप लगाए गए हैं, पूरी तरह सही नहीं है। उनके पिता को आइसोलेट करने के बाद सुबह ही घर के बाहर सैनिटाइजेशन कराया गया था। नियमानुसार सैंपलिग तीन या चार दिन बाद की जाती है। सुबह ही परिजनों को क्वारंटाइन करा दिया गया था। अब सभी को तीन सौ बेड अस्पताल भेज दिया गया है।
- डॉ. रंजन गौतम, जिला सर्विलांस अधिकारी कोविड-19