उत्पीडऩ पर अनसुनी कर रही थीं प्रियंका, पार्टी न छोड़ती को क्या करती
शेखूपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस का टिकट लौटाने वाली फरहा नईम शुक्रवार को भी पार्टी नेताओं को कटघरे में खड़ा करती दिखीं। कहा कि पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से कई बार मिलने का समय मांगा मगर अवसर नहीं दिया गया।
जेएनएन, बदायूं : शेखूपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस का टिकट लौटाने वाली फरहा नईम शुक्रवार को भी पार्टी नेताओं को कटघरे में खड़ा करती दिखीं। कहा कि पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से कई बार मिलने का समय मांगा मगर, अवसर नहीं दिया गया। उन्हें फोन व वाट्सएप संदेश के माध्यम से बताया कि जिलाध्यक्ष ओमकार सिंह उत्पीडऩ करते हैं। इसके बाद भी वह अनसुनी करती रहीं। इस संबंध में प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को भी बताया था।
बुधवार को फरहा का टिकट हुआ था, अगले ही दिन उन्होंने पार्टी छोड़ दी। कहा कि कांग्रेस के टिकट पर चुनाव नहीं लडऩा। जिलाध्यक्ष ओमकार सिंह मुसलमानी औरत कहकर तंज कसते हैं। 10 वर्षों से कांग्रेस की कार्यकर्ता होने के बाद भी जिलाध्यक्ष के कहने पर टिकट अटकाया गया। नामांकन की अंतिम तारीख करीब आ गई, तब टिकट दिया गया। यह देरी साजिशन की गई। उन्होंने कहा कि जिलाध्यक्ष ने दावेदारों से टिकट के बदले दो से चार लाख रुपये तक वसूले हैं।
उनसे पूछा कि टिकट मिलने के बाद यह आरोप क्यों लगाए। इस पर कहा कि पहले पार्टी छोड़ती तो कहा जाता कि टिकट न मिलने के कारण ऐसा किया है। बड़े नेताओं से न्याय मिलने की उम्मीद भी लगी हुई थी। जब कहीं से सुनवाई नहीं हुई तब यह कदम उठाया।
फिलहाल, पार्टी ने उनकी जगह ममता कुमारी को इस सीट से प्रत्याशी बना दिया है।
जिलाध्यक्ष ने नकारे थे आरोप
इस संबंध में जिला अध्यक्ष ने कहा था कि वह दूसरे दल के उकसावे पर झूठे आरोप लगी रही हैं।