मियां-बीवी के रिश्तों की दरार भरेगी समझौता पंचायत
एक बार में तीन तलाक पर अध्यादेश लाकर इसे सजा के दायरे में रखे जाने को लेकर विमर्श शुरू हअुआ।
जागरण संवाददाता, बरेली : एक बार में तीन तलाक पर अध्यादेश लाकर इसे सजा के दायरे में रखे जाने के बाद अब मुस्लिम तंजीमें (संगठन) हरकत में आई हैं। ऑल इंडिया मुस्लिम काउंसिल ने बरेली में 'समझौता पंचायत' पैनल बनाया है। पांच सदस्यीय इस पैनल में उलमा, समाजसेवी, अधिवक्ता और एक महिला सदस्य को शामिल हैं। यह पैनल मियां-बीवी के बीच रिश्तों में आई दरार भरने का काम करेगा, ताकि तलाक की नौबत न आए।
रविवार को काउंसिल ने पैनल गठित करने के बाद प्रेस कांफ्रेंस की। महासचिव रिजवान बरकाती ने कहा कि शरीयत का दुरुपयोग करने वालों का बहिष्कार किया जाएगा। मियां-बीवी के आपसी झगड़े रोकने के लिए उनकी काउंसिलिंग की जाएगी। अक्सर मर्द-औरत के बीच की गलतफहमी की वजह से तलाक हो जाती हैं। अगर किसी परिवार में घरेलू विवाद है, तो वह पैनल से संपर्क करेंगे। दरगाह नासिर मियां-नौमहला मस्जिद में हर रविवार को सुबह 11 से तीन बजे तक पैनल बैठेगा। हेल्पलाइन नंबर 8057660648 पर संपर्क कर सकते हैं। यहां परिवारिक विवाद सुलझाने के लिए दोनों की काउंसिलिंग की जाएगी।
परिवारिक मसलों हो रही दलाली
परिषद के महासचिव रिजवान बरकाती ने कहा कि कुछ लोग पारिवारिक विवाद सुलझाने के नाम पर दलाली कर रहे हैं। सस्ती शोहरत कमाने के लिए रिश्तों में और दरारें डाली जा रही हैं। पंचायत से इस पर रोक लग लगेगी। उम्मीद है कि न सिर्फ तलाक रुकेंगी बल्कि नफरतें भी कम होंगी।
यह कराएंगे सुलह
समझौता पंचायत के पैनल में मुफ्ती इंतजार कादरी, अधिवक्ता अयाज बाबा, इमालदा परवीन, डॉ. एम वासिफ अंसारी और पम्मी वारसी शामिल हैं। शहर में वार्ड स्तर और गांवों में भी इस तरह के पैनल बनाए जाएंगे।