गांवों में भी गूंजा अभियान, चमकने लगी सड़कें
देश को स्वच्छ बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता अभियान चलाया। उनकी मुहिम से जुड़कर गांव में स्वच्छता के प्रहरी उतरे और हाल बदलने की कोशिश की।
जेएनएन, बरेली। देश को स्वच्छ बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता अभियान चलाया। उनकी मुहिम से जुड़कर दैनिक जागरण ने मेरा भारत स्वच्छ अभियान शुरू किया, जिसकी गूंज अब गांवों में भी सुनाई दे रही है। स्वच्छता के प्रहरी जागरण के साथ हर गली में कदमताल करते नजर आ रहे हैं। स्कूलों में बच्चों व घर-घर जाकर ग्रामीणों को न केवल स्वच्छता का पाठ पढ़ा रहे है बल्कि गलियों को चमकाने में लगे हैं। उप्र पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ ने दो अक्टूबर तक जागरण के अभियान का आगे बढ़कर हाथ थामा है। रोजाना गांव-गांव में जाकर अभियान की अलख जगाने की बात कही है।
मंगलवार को संगठन के जिलाध्यक्ष रामलाल कश्यप के नेतृत्व में स्वच्छता के प्रहरियों ने रामगंगा नगर कॉलोनी में पहुंचकर सफाई की। प्राइमरी स्कूल के बच्चों को घरों के आसपास गंदगी जमा नहीं होने देने के लिए प्रेरित किया। महिला शिक्षिका के साथ मिलकर स्वच्छता की शपथ दिलाई। फिर जानलेवा बुखार के संक्रमण से ग्रस्त गांव देवी नारायण गौटिया पहुंचकर नालियों की साफ-सफाई की। एंटीलार्वा का छिड़काव करके चूना डलवाया। ग्राम प्रधान मिथलेश कुमारी के आवास पर ग्रामीणों को एकत्रित करके स्वच्छता का महत्व समझाया। रामलाल कश्यप ने कहा, जिस तरह वह अपने घरों को स्वच्छ रखने के लिए तत्परता दिखाते हैं, वैसी ही तत्परता उन्हें गांव की गलियों को भी साफ रखने के लिए भी दिखानी चाहिए। तभी स्वच्छ वातावरण तैयार किया जा सकता है। --स्वच्छता का पढ़ाया पाठ, लोगों में जगाई अलख : मेरा भारत स्वच्छ अभियान के तहत स्वयं सहायता समूह की स्वच्छता संगिनियों ने सीबीगंज के गांव खड़ौआ में अभियान चलाया। वहां घर-घर जाकर लोगों को स्वच्छता के फायदे बताए और प्राइमरी स्कूल में बच्चों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाया। लोगों में अपने आसपास साफ-सुथरा रखने की अलख भी जगाई। बच्चों के साथ स्वच्छता जागरूकता को रैली भी निकाली। उन्होंने गांव में घूमकर स्वच्छता के नारे भी लगाए।
राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत काम कर रही करीब दर्जन भर स्वयं सहायता समूह की महिलाएं मंगलवार सुबह सीबीगंज के गांव खड़ौआ पहुंची। वहां सबसे पहले प्राथमिक विद्यालय में टीम पहुंची। वहां सबसे पहले बच्चों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाया। बच्चों को स्वच्छता एप और स्वच्छता हेल्पलाइन 1969 के बारे में भी बताया। इसके बाद समूह की महिलाओं के साथ ही स्कूल के छोटे-छोटे बच्चों और शिक्षक व अन्य स्टाफ ने मिलकर स्वच्छता जागरूकता को रैली निकाली। रैली वहां के गली-मुहल्ले में घूमती हुई वापस स्कूल में आकर समाप्त हो गई। बच्चों ने जोरदार नारे लगाकर लोगों को स्वच्छता के लिए प्रेरित किया। फिर स्वच्छता संगिनियों ने गांव में घूमकर वहां लोगों को गंदगी के कारण होने वाले नुकसान बताए। उन्हें स्वच्छता के लाभों की भी जानकारी दी। इसके साथ ही गांव को खुले में शौच मुक्त बनाने की अपील भी लोगों से की। इस दौरान मिशन प्रबंधक मनोरमा बिष्ट, समाजसेवी कृति सिंह, प्रधानाचार्य सर्वेश कुमार, शिक्षक आदि भी मौजूद रहे।