चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को दे दिया लिपिक का काम
जागरण संवाददाता, बरेली: नगर निगम में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को लिपिक का चार्ज दे दिया गया है। सपा पा
जागरण संवाददाता, बरेली: नगर निगम में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को लिपिक का चार्ज दे दिया गया है। सपा पार्षदों ने उस पर फर्जी तरीके से नौकरी पाने का आरोप लगाया है। सस्पेंड के बाद दोबारा बहाल किए जाने की जांच कराने और उससे लिपिक का कार्य हटाने की मांग भी की है।
शिकायत के अनुसार धांधली व फर्जी कागज बनाकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी विजय उर्फ मन्नू ने मृतक आश्रित में नौकरी प्राप्त कर ली थी। असली मृतक आश्रित के घरवालों ने इसकी शिकायत की थी। इस पर तत्कालीन नगर आयुक्त ने विजय उर्फ मन्नू की सेवाएं समाप्त कर दी थीं। बीते दिनों कर्मचारी की सेवाएं पुन: बहाल कर दी गई। असली मृतक आश्रित ने भी कर्मचारी के खिलाफ कोर्ट में केस कर रखा है। सपा पार्षद दल नेता राजेश अग्रवाल ने कमिश्नर से विजय कुमार उर्फ मन्नु को लिपिक पद से हटाने और उसकी पुन: बहाली की जांच नगर निगम के अतिरिक्त किसी अन्य अधिकारी से कराए जाने की मांग की। अपर नगर आयुक्त ईश शक्ति कुमार सिंह ने मामले की जांच नगर स्वास्थ्य अधिकारी को दी है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने सभी अधिष्ठान लिपिक से मन्नु के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी होने की जानकारी मांगी है। उधर, मन्नु ने बताया कि उनकी नियुक्ति के प्रकरण में हाईकोर्ट ने जनवरी 2018 में उनके पक्ष में फैसला किया है। इसी आधार पर बहाली हुई है। लिपिक पद का कोई आदेश उनके लिए नहीं हुआ है। वर्जन
- पार्षद दल नेता का शिकायती पत्र मिला है। उसके आधार पर जांच कराने को नगर स्वास्थ्य अधिकारी को लिख दिया है।
ईश शक्ति कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त