बरेली वालों के लिए खुशखबरी, जल्द दौड़ेगी सिटी बस
सिटी बसों का स्टेय¨रग निजी हाथ नहीं थामेंगे बल्कि ये सरकारी पहियों पर ही दौड़ेगी।
जेएनएन, बरेली : सिटी बसों का स्टेय¨रग निजी हाथ नहीं थामेंगे बल्कि ये सरकारी पहियों पर ही दौड़ेगी। मतलब, शहर के अंदर चलने वाली सीएनजी बसों के लिए परमिट फिलहाल किसी निजी फर्म को नहीं बल्कि सरकारी संस्थान जैसे परिवहन निगम, यूपीएसआइडीसी या नगर निगम आदि को मिलेगा। संभागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक में मंगलवार को आरटीए अध्यक्ष और कमिश्नर रणवीर प्रसाद ने निजी फर्म के शहर में सिटी बस चलाने के सभी 20 प्रपोजल रद कर दिये। कहा कि सरकारी संस्थानों को आगे आने के लिए कहा। परमिट के लिए उन्हें ही वरीयता दी जाएगी। अन्य कॉमर्शियल वाहनों के परमिट पर कहा कि जिन्होंने वाहन बेच दिए उनके परमिट खुद ही निरस्त हो जाएंगे। जितने परमिट निरस्त हुए महज उतने ही नए परमिट मिलेंगे। बैठक में आरटीए सचिव डॉ.अनिल कुमार गुप्ता, डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह, डिप्टी कमिश्नर परिवहन वीके गुप्ता, परिवहन निगम क्षेत्रीय प्रबंधक राजीव चौहान आदि मौजूद थे।
समिति करेगी सभी छह रूट का रीव्यू
आरटीए अध्यक्ष रणवीर प्रसाद ने नगर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव से कहा कि शहर में सीएनजी बस चलाने से पहले बस स्टैंड और स्टॉपेज का निर्धारण हो। उन्होंने डीएम से सभी रूट का रीव्यू करने के लिए समिति बनाने को कहा। इस समिति में परिवहन विभाग समेत सभी संबंधित विभागों के एक-एक अधिकारी होंगे।
बदायूं को दो नए केंद्र, भोजीपुरा का सर्वे
बैठक में बदायूं जिले के दातागंज और बिल्सी में छोटी गाड़ियों
के लिए दो नए केंद्र की अनुमति मांगी। इन्हें स्वीकृति दे दी गई। वहीं, भोजीपुरा पर छोटी गाड़ियों के केंद्र पर आरएम ने आपत्ति जताई। जिससे इस का सर्वे करने को कहा। भुता में पहले से ही काफी छोटे वाहन होने के चलते केंद्र की स्वीकृति नहीं दी गई। कमिश्नर ने साफ कहा कि जहां राहगीरों की संख्या ज्यादा हो सेंटर वहां से कुछ आगे या पीछे ही बनाए जाएं।
ई-रिक्शा जरूरी, अराजकता नियंत्रण भी
ई-रिक्शा पर नियंत्रण करने के लिए कुछ ऑटो डीलर पहुंचे। इस पर कमिश्नर ने कहा कि बैट्री चलित ई-रिक्शा पर्यावरण के हित में है। इसे नियंत्रित नहीं किया जाएगा। हां, अराजकता जरूर रोकी जाएगी। विभाग द्वारा परेशान करने की शिकायत पर कहा कि ई-रिक्शा परमिट पहले ही बंद किये जा चुके हैं। महज कॉमर्शियल रजिस्ट्रेशन और अन्य कागजात जरूरी हैं।
शाहजहांपुर में जल्द भरा सकेंगे सीएनजी
बैठक के दौरान शाहजहांपुर में भी सीएनजी पंप लगाने पर चर्चा हुई। कमिश्नर ने सीयूजीएल के मौजूद अधिकारी से कहा कि शाहजहांपुर अब बड़ा जिला हो गया है। यहां भी जल्द से जल्द सीएनजी पंप लगाया जाए। इस पंप से शाहजहांपुर ही नहीं जिले और जिले से होकर कानपुर, लखनऊ जाने वाले सीएनजी वाहन मालिकों को भी राहत मिलेगी।
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प्राधिकरण की बैठक में सिटी बस के लिए निजी फर्म के आवेदन रद कर दिये गए। सरकारी संस्थानों को परमिट लेने को कहा है। इससे पहले बस अड्डे तय और रूट का सर्वे होगा। शाहजहांपुर में सीएनजी समेत अन्य जरूरी मुद्दों पर भी फैसला हुआ। ओला कैब को अनुमति का प्रस्ताव अगली बैठक में रखा जाएगा।
- डॉ.अनिल कुमार गुप्ता, सचिव, संभागीय परिवहन प्राधिकरण