अम्मी की तलाश में गली-गली आवाज लगा रहे बच्चे, पीछे लगे ठग
नौ साल की अलीना और 12 साल का शान। दोनों भाई-बहन सुबह होते ही लाउडस्पीकर लेकर अम्मी को तलाशने निकल पड़ते हैं। गलियों में जाकर आवाज लगाते हैं- अम्मी तुम घर लौट आओ। हम तुम्हें हर जगह तलाश रहे। तुम भी ठंड में परेशान होगी। प्यारी अम्मी लौट आओ
बरेली, जेएनएन। नौ साल की अलीना और 12 साल का शान। दोनों भाई-बहन सुबह होते ही लाउडस्पीकर लेकर अम्मी को तलाशने निकल पड़ते हैं। गलियों में जाकर आवाज लगाते हैं- अम्मी तुम घर लौट आओ। हम तुम्हें हर जगह तलाश रहे। तुम भी ठंड में परेशान होगी। प्यारी अम्मी, लौट आओ। इन मासूमों की अपील सुनकर लोग भावुक हो रहे। मगर, कुछ ऐसे भी हैं, जोकि इस परिवार से ठगी करने के प्रयास में लग गए। बच्चों के पिता को वाट्सएप पर मैसेज कर पता बताने के नाम पर रुपये मांगे जा रहे। पुलिस आरोपित की तलाश में लगी है।
बाकरगंज निवासी अफसर अली के बच्चे पिछले आठ दिन से इसी तरह शहर भर में घूम रहे। उनकी अम्मी रूबी 29 नवंबर से लापता है। पिता वाहन चालक हैं। वह सुबह होते ही दूसरे शहरों में तलाश करने निकल पड़ते हैं और बच्चे शहर की गलियों में मां को आवाज लगाते हैं। शान बताते हैं कि अम्मी को तलाशने के लिए मैंने सोचा कि लाउडस्पीकर पर गलियों में जाकर आवाज लगाऊंगा। रुपयों का इंतजाम करने के लिए गुल्लक तोड़ दी। उसमें से निकले 900 रुपयों में से 750 का हैंड लाउडस्पीकर खरीदा, इसके बाद मां को तलाशने निकल पड़े। लगातार बोलते-बोलते थक जाने पर अलीना अपनी रिकॉर्ड की हुई आवाज का भी सहारा लेती है। कई कोशिश के बाद भी मां का कुछ पता नहीं चला, मगर दोनों ने हिम्मत नहीं हारी है। कहते हैं कि मां के कानों तक जिस दिन आवाज पहुंच जाएगी, उसी दिन वह लौट आएगी। शनिवार को बच्चों का वीडियो वायरल हुआ तो एसएसपी रोहित सजवाण ने इसका संज्ञान लिया। अफसर अली का कहना है कि पुलिस सहयोग कर रही है। अंदेशा है कि पुलिस को देखकर रूबी का डर बढ़ सकता है, इसलिए जरूरत ज्यादा जरूरत पर ही किला पुलिस को फोन करता हूं।
पहले भी घर छोड़कर जा चुकी है रूबी
रविवार को पीलीभीत में तलाश कर लौटे अफसर अली ने बताया कि रूबी को सिजोफ्रेनिया बीमारी है। जिस वजह से वह अक्सर डर जाती है। दिमाग में वहम पैदा हो जाता है। दो साल पहले सितंबर माह में बिना बताए अजमेर चली गई थी, 15 दिन बाद मिली। इसके बाद दो बार शुक्रवार के दिन इसी तरह घर छोड़कर गई, मगर खुद लौट आई।
पांच दिन खुद को कमरे में बंद रखा
अफसर अली वाहन लेकर देहरादून गए थे, 14 सितंबर को वहां से लौटे। रास्ते में होने के कारण वह रूबी का फोन नहीं उठा सके थे। उन्होंने बताया कि घर आए तो रूबी ने बात करना बंद कर दिया। पांच दिन खुद को अलग कमरे में बंद रखा। बाद में कुछ सामान्य हुई। फिर अचानक पड़ोसी के घर में पहुंच गईं। वहां भी पांच दिन तक रही और 29 सितंबर को 14 माह की बच्ची अनमता को लेकर कहीं और चली गईं। उसी रात किला थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। उनके मायके बानखाना मोहल्ले में जाकर देखा, रिश्तेदारों से पूछा मगर कुछ पता नहीं चला। बोले, शादी को 15 साल हो गए हैं।
परेशान परिवार को ठगने की कोशिश
अफसर अली ने अपने फेसबुक अकाउंट पर रूबी व अनमता के फोटो लगे गुमशुदगी के पोस्टर और सूचना की अपील करते हुए कई पोस्ट की हैं। इनमें अपना फोन नंबर भी लिखा। किसी ने इसके जरिये ठगी का प्रयास भी किया। 17 नवंबर को एक वाट्सएप नंबर पर अनमता का फोटो लगाकर अफसर को मैसेज किया कि रूबी व बच्ची इज्जतनगर के मुडिया अहमदनगर में है। दस हजार रुपये लेकर आओ तो पता बता देंगे। अफसर अली ने इसकी जानकारी दी तो किला पुलिस जांच में जुटी। पता चला कि वह अलीगढ़ में उपयोग हो रहा है। उस युवक की तलाश में भी पुलिस लगी हुई है।