बरेली में चार घटे में आधुनिक हो गया सीबीगंज स्टेशन
रेलवे के टीम ने चार घटे में मैनुअल सिस्टम हटाकर सीबीगंज स्टेशन पर आधुनिक सिस्टम लगा दिया। इस दौरान अवध असम एक्सप्रेस को बदले मार्ग से चलाना पड़ा।
बरेली, जेएनएन : बाद : रेलवे के टीम ने चार घटे में मैनुअल सिस्टम हटाकर सीबीगंज स्टेशन पर आधुनिक सिस्टम लगा दिया। इस दौरान अवध असम एक्सप्रेस को बदले मार्ग से चलाना पड़ा।
बरेली सीबी गंज स्टेशन पर अभी तक मैनुअल सिस्टम से ट्रेनों का संचालन किया जाता था। सिग्नल देने, प्वाइंट बनाने में आठ मिनट अतिरिक्त समय लगता था। मैनुअल सिस्टम में ट्रेन संचालन करने के लिए पाच कíमयों की ड्यूटी लगाई जाती है। मुरादाबाद रेल मंडल की टीम ने रविवार पूर्वाह्न 11:45 बजे काम शुरू किया। दोनों केबिन को बंद कर मैनुअल उपकरण हटाकर पावर केबिन स्थापित कर आधुनिक उपकरण लगा दिए। इसके बाद पाच कर्मचारी के बजाय स्टेशन मास्टर ने अकेले ही ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया। इसके बाद सीबी गंज से ट्रेन आठ मिनट से घटकर तीन मिनट में गुजरेगी। इंटरनेट द्वारा भी ट्रेन संचालन किया जा सकेगा। रेलवे की टीम ने चार घटे में यानी शाम 3:45 बजे काम पूरा कर मुरादाबाद-लखनऊ के बीच ट्रेन संचालन शुरू कर दिया। इसके अलावा बरेली-सीबी गंज के बीच रेल फाटक को भी इंटरलाकिंग किया गया। रेल फाटक खुलने या फाटक टूटने पर सिग्नल लाल हो जाएगा और ट्रेन रुक जाएगी। चार घटे ट्रेन संचालन बंद होने से लालगढ़ से डिब्रूगढ़ जाने वाली अवध असम एक्सप्रेस को रूट बदलकर मुरादाबाद से चन्दौसी, शाहजहापुर होकर चलाया गया। नई दिल्ली से राजगीर जाने वाली हमसफर एक्सप्रेस दोपहर 1:40 बजे से स्थान 2:40 बजे मुरादाबाद पहुंची। प्रवर मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा शर्मा ने बताया कि चार घटे में सीबी गंज स्टेशन को उच्चीकृत कर लिया गया और मुरादाबाद-लखनऊ रेल मार्ग पर शाम चार बजे से ट्रेन संचालन शुरू कर दिया। ऑटो चालकों ने लिया बढ़ा किराया
सीबीगंज और बरेली जंक्शन पर मेगा ब्लॉक होने की वजह से अवध असम एक्सप्रेस बरेली जंक्शन पर नहीं पहुंची। इस ट्रेन को मुरादाबाद से चंदौसी होते हुए चनेहटी (बरेली कैंट) स्टेशन के लिए डायवर्ट कर दिया गया था। इसलिए यह ट्रेन जंक्शन न आकर सीधी चनेहटी स्टेशन पहुंची। ट्रेन से सफर करने के लिए जंक्शन पहुंचे यात्रियों को चनेहटी जाने को कहा गया। जिसका फायदा तय से अधिक किराया लेकर ऑटो चालकों ने उठाया। एक-एक सवारी से ऑटों चालको ने 15 की जगह 50 रुपये वसूले।