सावधान! Facebook फ्रेंड्स ने सिर्फ इसलिए कर दी Student का हत्या, वजह जानकार आप भी रह जाएंगे हैरान Bareilly News
फेसबुक पर अजनबी किशारों से हुई दोस्ती ने छात्र की जान ले ली। महज पांच दिन बातचीत में छात्र उन पर भरोसा कर बैठा। शातिर फेसबुक दोस्तों ने उसे बुलाया। नशा देकर बीयर पिलाई।
जेएनएन, बरेली : अगर आप को भी फेसबुक या अन्य सोशल साइट पर अनजान लोगों से दोस्ती करने का शौक है तो सावधान हो जाएं। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने सभी को हैरान कर दिया। फेसबुक पर दोस्ती के पांच दिन बाद दो अजनबी ने छात्र को मिलने के बाद बुलाया। फिर उसकी हत्या कर दी। शव को हाईवे किनारे फेंक कर फरार हो गए।
फेसबुक पर अजनबी किशारों से हुई दोस्ती ने छात्र की जान ले ली। महज पांच दिन बातचीत में छात्र उन पर भरोसा कर बैठा। शातिर फेसबुक दोस्तों ने उसे बुलाया। नशा देकर बीयर पिलाई। जैसे ही वह बेसुध हुआ तो गला दबाकर उसकी हत्या की और शव झाड़ियों में फेंक उसकी बाइक लेकर फरार हो गए। 28 सितंबर को हुई घटना पर थाना पुलिस पर्दा डाले रही। प्रकरण तब खुला जब डीआइजी के आदेश पर क्राइम ब्रांच ने जांच की। वारदात को अंजाम देने वाले दो किशारों को हिरासत में लिया है।
सुभाष नगर के गंगानगर कालोनी निवासी विनीत वाजपेई इफको की त्रिकाया कंपनी में सुपरवाइजर हैं। उनका 17 वर्षीय पुत्र लकी जीआइसी कक्षा 11 का छात्र था। 28 सितंबर को परिजन कहीं गए थे तब वह भाई से शाम तक आने की बात कहकर घर से निकल गया था, लेकिन लौटा नहीं। काफी तलाश के बाद परिजनों ने 30 सितंबर को मामले की जानकारी सुभाषनगर पुलिस को दी।
कबाड़ी के यहां खड़ी मिली थी लकी की बाइक
काफी तलाश के बाद लकी नहीं मिला लेकिन उसकी बाइक एक कबाड़ी के यहां मिली। पता चला कि दो किशोर बाइक दे गए थे। दोनों किशारों से पूछताछ हुई तो बताया कि लकी बाइक उनके पास छोड़कर चला गया था। इसके बाद पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया। दूसरी ओर निराश परिवार वालों ने सात अक्टूबर को लकी की गुमशुदगी कराई। इसके बाद पुलिस उनसे यह कहकर पीछा छुड़ाती रही कि वह नाराज होकर चला गया होगा, खुद लौट आएगा।
पुलिस से परेशान होकर डीआइजी से शिकायत
पुलिस के रवैये की शिकायत डीआइजी राजेश पांडेय से की गई तो पांच नवंबर को उन्होंने क्राइम ब्रांच को लगाया। जांच के दौरान लकी की फेसबुक चैटिंग का ब्योरा निकाला गया तब दो किशोरों के बारे में पता चला। ये वही थे जिनसे बाइक मिली थी मगर पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया था। दोबारा क्राइम ब्रांच ने पूछताछ की तो किशारों ने माना, 23 सितंबर को उनकी लकी से फेसबुक पर दोस्ती हुई थी। उन्होंने 28 सितंबर को लकी को बुलाया और बाइक लूट के लिए उसकी हत्या कर दी। रविवार रात को क्राइम ब्रांच ने लकी के परिवार वालों को बुलाकर इसकी जानकारी दी।
दिल्ली - लखनऊ हाईवे पर फेंका था लकी का शव : लकी के पिता विनीत ने बताया कि 29 सितंबर को आरोपितों ने दिल्ली- लखनऊ हाईवे पर लकी का शव फेंक दिया था। छह अक्टूबर को इज्जतनगर पुलिस ने शव बरामद किया।