विकास का वादा, बरेली मंडल से जोड़ा नाता
माया का हमला -देश-प्रदेश की मजबूरी गठबंधन जरूरी का दिया नारा। कहा कि प्रदेश और केंद्र की सरकारों ने नौजवानों-किसानों के लिए कुछ नहीं किया।
माया का हमला
- देश-प्रदेश की मजबूरी, गठबंधन जरूरी का दिया नारा
- प्रदेश में किसानों, नौजवानों, आवारा पशु के बहाने योगी को घेरा
- कहा- चौकीदारी की नाटकबाजी अब नहीं चलेगी जागरण संवाददाता, बरेली : सपा-बसपा और रालोद महागठबंधन की जनसभा बेशक आंवला और बरेली प्रत्याशियों के समर्थन में थीं लेकिन, मायावती ने साधा पूरे मंडल को। पहली बार राष्ट्रीय और प्रदेश के मुद्दों के साथ बरेली मंडल के समग्र विकास का भरोसा दिया। कहा कि हमारी पार्टी कांग्रेस, भाजपा की तरह फर्जी घोषणा पत्र जारी नहीं करती है। हम धरातल पर काम करते हैं। सरकार बनने पर मंडल के नौजवानों को सरकारी और गैरसरकारी सेक्टर में नौकरी दिलाने की पहल होगी। ढांचागत विकास का ध्यान रखा जाएगा।
दिल्ली के दंगल में समझाया गठबंधन का 'महाप्लान'
जनसभा में दंगल बेशक दिल्ली की सत्ता को लेकर था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी पर हमले भी उसी को ध्यान में रखते हुए किए लेकिन, मायावती और अखिलेश अपने वोटरों को गठबंधन के भविष्य का 'महाप्लान' भी इशारों-इशारों समझा गए। यह कहकर कि केंद्र से मोदी और प्रदेश से योगी को खदेड़ेंगे। देवचरा की जनसभा में सबसे पहले मंच मायावती ने संभाला। कांग्रेस को इस दौरान उन्होंने जमकर कोसा। कहा कि उसकी गलत नीतियों के कारण देश इस हाल में है। अब राहुल गांधी घोषणा पत्र में किसानों को 72 हजार रुपये सालाना देने का ढोंग कर रहे हैं। गरीबी दूर करने का नारा महज छलावा है।
बोलीं- धोखा दे रहे पीएम
मायावती सबसे ज्यादा भाजपा पर बरसीं। नरेंद्र मोदी से लेकर योगी आदित्यनाथ, अमित शाह को निशाने पर लिया। चौकीदारी को जुमला बताते हुए कहा- अच्छे दिन की तरह यह भी धोखा है। आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री चुनाव से दो-तीन महीने पुराने कामों का उद्घाटन और शिलान्यास करके जनता को गुमराह कर रहे हैं। किसान परेशान हैं। कर्जमाफी, आवारा जानवर का मुद्दा खोखला साबित हुआ।
पूंजीपतियों को लाभ पहुंचा रही भाजपा
मायावती ने कहा कि बीजेपी पूंजीपतियों को लाभ पहुंचा रही है। इनकी सरकार अल्पसंख्यकों का भी कल्याण नहीं कर पाई। जीएसटी और नोटबंदी ने देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया। देश की सीमाएं अभी भी सुरक्षित नहीं है।
ओपिनियन पोल से गुमराह कर रही भाजपा
मायावती ने भाजपा पर हमलावर होते हुए कहा कि भाजपा सत्ता में बने रहने के लिए साम-दाम-दंड-भेद की नीति अपना रही है। ओपिनियन पोल व मीडिया के जरिये जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने रैली में मौजूद लोगों से अपील की कि ओपिनियन पोल से गुमराह न हों। गठबंधन की ही सरकार बनेगी।
निजी क्षेत्र में आरक्षण का मुद्दा उठाया
मायावती ने जनसभा के दौरान पहली बार आरक्षण का मुद्दा उठाया। कहा कि सरकारी पद खाली पड़े हैं। सरकार निजीकरण करती जा रही है। इस लिहाजा से पिछड़ों और अनुसूचित जाति के लोगों की भागीदारी घट रही है। सरकार को प्राइवेट सेक्टर में भी पिछड़ों और अनुसूचित जाति के लोगों को रोजगार के बारे में सोचना चाहिए।
रुचिवीरा के टिकट पर सफाई
मायावती ने गठबंधन प्रत्याशी रुचिवीरा को जिताने की अपील करने के साथ ही आवला लोकसभा सीट से उनको टिकट देने पर भी सफाई दी। कहा कि बसपा पार्टी में महिला प्रतिनिधित्व बढ़ाना चाहती थी। स्थानीय स्तर पर कोई महिला प्रत्याशी सामने नहीं आईं। तब रुचिवीरा को टिकट दिया। वे बाहर की नहीं हैं। पड़ोस के मुरादाबाद मंडल की हैं। आप सभी इनके साथ-साथ बरेली से भगवत सरन गंगवार, बदायूं से धर्मेद्र यादव को भी जिताएं।
पहले, दूसरे चरण में दमदार प्रदर्शन का दावा, तीसरे में अपील
मायावती ने पहले और दूसरे चरण में गठबंधन के दमदार प्रदर्शन का दावा किया। साथ ही तीसरे चरण में लोगों से उसी शिद्दत से जुटने को कहा।