बसपा ने बरेली में घोषित किए चार प्रत्याशी, सपा की बागी शालिनी सिंह को इस सीट से बनाया उम्मीदवार
UP Assembly Election 2022 दल बदल के बाद अब टिकट बदलने का दौर शुरू हो गया है। बसपा ने आंवला प्रत्याशी लक्ष्मण प्रसाद लोधी का टिकट काटकर वहां से साजिद अली खां को पार्टी का प्रत्याशी बनाया है। साजिद अली खां सपा से टिकट पाने की जुगाड़ में लगे थे।
बरेली, जेएनएन। UP Assembly Election 2022 दल बदल के बाद अब टिकट बदलने का दौर शुरू हो गया है। बसपा ने आंवला प्रत्याशी लक्ष्मण प्रसाद लोधी का टिकट काटकर वहां से साजिद अली खां को पार्टी का प्रत्याशी बनाया है। साजिद अली खां सपा से टिकट पाने की जुगाड़ में लगे थे। वहीं, फरीदपुर विधानसभा सीट से शालिनी सिंह को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है, वह सपा की बागी हैं। सपा से टिकट पाने वालों की फेहरिस्त में नाम शामिल होता ना देखकर उन्होंने दल बदल लिया था। शहर विधानसभा सीट से बसपा ने ब्रह्नानंद शर्मा को उतारा है, जबकि नवाबगंज विधानसभा सीट से मोहम्मद यूसुफ को पार्टी का प्रत्याशी बनाया है। इससे पहले बाकी पांच प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की जा चुकी है।
बसपा जिलाध्यक्ष डा. जयपाल सिंह ने देर रात अपने लेटरपैड पर चारों प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की। उन्होंने बताया कि बसपा सुप्रीमो मायावती के निर्देश पर इन प्रत्याशियों को टिकट दिया गया है। मंगलवार को पार्टी की ओर से इन लोगों को सिंबल दिया जाएगा। वहीं, बसपा के महानगर अध्यक्ष गोपाल रस्तोगी का कहना है शहर से ब्रह्मानंद और कैंट से अनिल कुमार वाल्मीकि के प्रत्याशी बनाए जाने के साथ ही उनकी चुनाव तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। उम्मीदों से बेहतर प्रदर्शन करेंगे।
पांच साल की तैयारियाें पर चुनाव जीतने की उम्मीद : फरीदपुर में 2017 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में शालिनी सिंह ने चुनाव लड़ा, जिसमें दो हजार वोट मिले थे। वर्ष 2016 में जिला पंचायत सदस्य वार्ड संख्या 57 से चुनाव लड़ा था। चुनाव हारने के बाद वह सपा से जुड़ गई और कस्बे में बिजली घर के पास कार्यालय बनाकर पूरे पांच साल क्षेत्र में लगातार वोटरों के संपर्क में रहीं। उन्होंने तीन दिन पहले बसपा ज्वाइन कर ली। बसपा पार्टी ज्वाइन करने के बाद उन्होंने अपने फेसबुक वॉल पर भी पोस्ट डाल कर बसपा पार्टी से जुड़े होने के संकेत दिए और बसपा से टिकट लेने में सफल रहीं। शालिनी सिंह के पति शामली जिले में जिला आबकारी अधिकारी हैं। शालिनी सिंह का कहना है कि हमारे दो हजार कार्यकर्ता चुनाव जीतने की इबारत तैयार करेंगे।
अनुभवों से चुनाव जीतने की तैयारी: आंवला विधानसभा से वर्ष 2012 में बहुजन समाज पार्टी से टिकट दिए जाने पर चुनाव लड़े थे। उस समय आरके शर्मा का टिकट काटकर हाजी साजिद अली को बसपा ने प्रत्याशी बनाया था। साजिद अली खान 41,082 वोट प्राप्त हुए थे और वह तीसरे स्थान पर रहे थे। आंवला विधानसभा से धर्मपाल सिंह विजय रहे थे और धर्मपाल सिंह को 50782 वोट प्राप्त हुए थे। मूल रूप से संभल जिले निवासी साजिद अली ठेकेदार हैं। उन्होंने समाजवादी पार्टी से भी टिकट मांगा था। टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने बसपा ज्वाइन की है और पार्टी ने आंवला विधानसभा से टिकट भी दे दिया। पुराने अनुभवों के आधार पर चुनाव जीतने की उम्मीद है।
प्रयासों से शहर विधानसभा सीट जीतने की उम्मीद में ब्रह्मानंद शर्मा: बसपा के शहर विधानसभा के प्रभारी रहे ब्रह्मानंद शर्मा को बसपा ने शहर विधानसभा से टिकट दिया है। इससे पहले वह बसपा में जिला कोषाध्यक्ष समेत विभिन्न पदों पर रह चुके हैं। यही नहीं, उन्होंने भाजपा के संगठन में 1990 से 2012 तक काम किया। वह पहली बार चुनावी मैदान में उतरे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में सक्रिय हैं और उनके दो विद्यालय संचालित होते हैं। ब्रह्मानंद का कहना है कि भाजपा की गढ़ मानी जाने वाली सीट पर चुनौती को स्वीकार करना जरूरी था। उन्होंने कहा कि मुकाबला जरूरी है, जीत हार जनता और ईश्वर तय करेंगे। बाकी प्रयास मेरा है तो पूरा करेंगे।
जरी के जरिये चुनावी नैया पार लगाने की उम्मीद : बसपा के नवाबगंज के प्रत्याशी मोहम्मद यूसुफ जरी वाले इससे पहले मेयर का चुनाव लड़ चुके हैं। इससे उन्हें चुनाव लड़ने का पर्याप्त अनुभव भी है। बसपा में काफी दिनों से सक्रिय थे। माना जा रहा था कि पहली सूची में ही उनका नाम घोषित कर दिया जाएगा। लेकिन ऐसा हो नहीं सका। मोहम्मद यूसुफ का कहना है कि बरेली के साथ ही नवाबगंज के हर घर से उनका जरी के जरिये ताल्लुकात हैं। ऐसे में उनका जीतना लगभग तय है।