बरेली में आरएसएस कार्यकर्ता को पीटने वाले दोनो सिपाही हुए लाइन हाजिर, शराबी बताकर की थी मारपीट
शराबी बताकर आरएसएस में दीनदयाल नगर विद्यार्थी प्रमुख आयुष चौहान की पिटाई करना करगैना चौकी के दोनों सिपाहियों को महंगा पड़ गया। जांच में दोनों सिपाही अवनीश व दीपक दानी दोषी पाए गए। लिहाजा एसएसपी ने दोनों को लाइन हाजिर कर दिया।
बरेली, जेएनएन। शराबी बताकर आरएसएस में दीनदयाल नगर विद्यार्थी प्रमुख आयुष चौहान की पिटाई करना करगैना चौकी के दोनों सिपाहियों को महंगा पड़ गया। जांच में दोनों सिपाही अवनीश व दीपक दानी दोषी पाए गए। लिहाजा, एसएसपी ने दोनों को लाइन हाजिर कर दिया। इसके साथ ही पूरे प्रकरण की जांच सीओ सेकेंड को सौंप दी है।
बता दें कि सोमवार को सुभाषनगर थाने की करगैना चौकी पुलिस द्वारा शराबी बताकर आयुष चौहान पिटाई का मामला सामने आया था। पिटाई से युवक की पीठ पर जख्म तक उभर आए थे। पीड़ित आयुष के मुताबिक, दोपहर के वक्त वह करगैना चौकी के पास से गुजर रहा था। तभी एक शराबी युवक पास से गुजरा। वह आयुष से बहसबाजी करने लगा। इसकी शिकायत आयुष ने चौकी इंचार्ज अजब सिंह से की।
आरोप है कि शिकायत की जानकारी होते ही आरोपित युवक चौकी पहुंच गया और जमकर हंगामा काटा। आयुष ने आरोप लगाया कि हंमागा करने वाले व्यक्ति को पुलिस ने छोड़ दिया और शराबी बता मुझे रोक लिया। इसके बाद चौकी पर तैनात सिपाही अवनीश व दीपक दानी ने बेरहमी से पिटाई कर दी। इससे उसकी पीठ पर गहरे जख्म उभर आए।
चौकी पुलिस स्वजनों के आने पर ही सुपुर्दगी की बात कहने लगी। इधर, पीड़ित मेडिकल कराए जाने पर अड़ गया। इसी दौरान एसपी सिटी रविंद्र कुमार चौकी पहुंच गए। उन्होंने युवक का मेडिकल कराए जाने की बात कही। आरोप है कि एसपी सिटी के निर्देश के बावजूद युवक का मेडिकल नहीं कराया जा रहा था। दबाव पड़ा तो पुलिस मेडिकल कराए जाने को लेकर तैयार तो हुई लेकिन, इससे पहले रास्ते में ही युवक के मुचलका पाबंद की कार्रवाई कर दी।
मेडिकल के बाद युवक के नॉन एल्कोहालिक होने की पुष्टि हुई। युवक के नॉन एल्कोहालिक होने के बाद मामले ने तूल पकड़ा। आरएसएस के विभाग प्रचारक आनंद ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।