सिटी मजिस्ट्रेट ने पंचायत में जबरन पति से छुलाए बीवी के पैर, विवादों में घिरे
सिटी मजिस्ट्रेट एके शुक्ला मियां-बीवी के झगड़े में पंचायत कराकर विवाद में घिर गए हैैं।
जेएनएन, बरेली : सिटी मजिस्ट्रेट एके शुक्ला मियां-बीवी के झगड़े में पंचायत कराकर विवाद में घिर गए हैैं। महिला के देवर ने पद के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मानवाधिकार आयोग समेत बड़े अफसरों को शिकायत भेजी है। कहा है कि सिटी मजिस्ट्रेट ने उनके भाई को जबरन भाभी और सास के पैर छूने के लिए विवश किया।
बदायूं के शिवपुरम मुहल्ला निवासी कपिल गुप्ता ने शिकायत में बताया कि बड़े भाई का उनकी पत्नी से विवाद से चल रहा है। वे मूलरूप से बरेली की रहने वाली हैं। मामला मध्यस्थता केंद्र बरेली में भी चल रहा है। पिछले माह की 23 तारीख को वह भाई के साथ सुनवाई को पहुंचे। यहां पर उन लोगों के साथ भाभी के परिजनों ने मारपीट की। शोरशराबे पर केंद्र प्रभारी ने पुलिस बुला ली। कोतवाली पुलिस ने उनका और बड़े भाई का 151 में चालान कर दिया।
पहले की अभद्रता, फिर पैर छूने को कहा
पुलिस केस के बाद वह चालान पर जमाने कराने सिटी मजिस्ट्रेट के यहां पहुंचे। यहां उन्होंने जमानत दे दी। कागज जमा करने के लिए एक फरवरी नियत कर दी। तय तारीख पर वह दोबारा सिटी मजिस्ट्रेट के दफ्तर पहुंचे। तय जमानती बाहर गए हुए थे। इसलिए प्रार्थना पत्र देकर समय मांगा। इस पर मजिस्ट्रेट ने उनकी भाभी, भाई समेत अन्य परिजनों को अगले दिन बुलाया। आरोप है कि कि जब वह जमानती लेकर पहुंचे तो सिटी मजिस्ट्रेट ने पहले से मौजूद भाभी और उनकी मां के पक्ष लेते हुए भाई से उनके पैर छूने को कहा। मना करने पर अभद्रता की और आखिर में जबरन पैर छुलाए। इतना ही नहीं, जमानत भी नहीं दी। मामला अगले दिन के लिए फिर टाल दिया।
सिटी मजिस्ट्रेट बोले- दुर्भावना से प्रेरित होकर की शिकायत
शिकायत दुर्भावना से प्रेरित होकर की गई है। पीडि़त को मेरे न्यायालय के निर्णय से आपत्ति है, तो वह सक्षम उच्च न्यायालय में अपील करें।-एके शुक्ला, सिटी मजिस्ट्रेट