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BKU Leader Rakesh Tikait in Shahjahanpur : किसान नेता राकेश टिकैत बाेले- सिख समाज के सेवाभाव से मिली किसान आंदोलन को मजबूती

BKU Leader Rakesh Tikait in Shahjahanpur भारतीय किसान यूनियन टिकैट गुट के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत शनिवार को नानकपुरी गुरुद्वारे पहुंचे। संत सुखदेव सिंह की सालाना बरसी में शामिल होकर उन्होंने गुरु की महिमा व सिखों के बलिदानी इतिहास का बखान किया।

By Ravi MishraEdited By: Published: Sun, 19 Sep 2021 11:42 AM (IST)Updated: Sun, 19 Sep 2021 11:42 AM (IST)
BKU Leader Rakesh Tikait in Shahjahanpur : किसान नेता राकेश टिकैत बाेले- सिख समाज के सेवाभाव से मिली किसान आंदोलन को मजबूती
BKU Leader Rakesh Tikait in Shahjahanpur : राकेश टिकैत बाेले- सिख समाज के सेवाभाव से मिली किसान आंदोलन को मजबूती

बरेली, जेएनएन। BKU Leader Rakesh Tikait in Shahjahanpur : भारतीय किसान यूनियन टिकैट गुट के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत शनिवार को नानकपुरी गुरुद्वारे पहुंचे। संत सुखदेव सिंह की सालाना बरसी में शामिल होकर उन्होंने गुरु की महिमा व सिखों के बलिदानी इतिहास का बखान किया। कहा सिख समाज ने सेवाभाव ने आंदोलन को मजबूती दी।

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दोपहर बाद सुनासर घाट स्थित नानकपुरी गुरुद्वारा पहुंचे राकेश टिकैत ने कहा कि दिल्ली की सीमा पर चल रहे आंदोलन को गुरुद्वारे के लंगर से बड़ा बल मिला। सिख समाज के समर्पित सेवाभाव ने आंदोलन को मजबूती दी। पंजाब, हरियाणा व पश्चिमी उत्तर प्रदेश से सिखों के गुरु गुरुनानक देव जी का जुड़ाव भी बताया। पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर में हुए किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें बदनाम करने की साजिश की गई, लेकिन किसानों का साथ रहा और साजिश नाकाम हुई। टिकैत ने कहा कि दिल्ली की सीमा पर आंदोलन कर रहे किसानों के साथ जो घटनाएं हुईं। उनका सर्वसमाज ने विरोध किया। उनके खिलाफ तमाम साजिश हुईं, लेकिन वह वहीं डटे हुए हैं।

जब कृषि कानून वापस नहीं होते आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि यूनियन शांतिपूर्ण समाधान चाह रही। सरकार जब चाहें तब बात कर सकती है। भारतीय किसान यूनियन चढूनी गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा किसान आंदोलन धर्म युद्ध का आंदोलन है। कृषि कानून से खेती निजी कंपनी को चली जाएगी। बोले हरियाणा में 40 हजार किसानों पर मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। कितनी भी कुर्बानियां देनी पड़ी आंदोलन चलता रहेगा। पगड़ी बांधकर पहुंचे टिकैत ने इससे पहले गुरुग्रंथ साहिब के सामने माथा टेका। उनके साथ तमाम किसान नेता व समर्थक पहुंचे थे।


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