कृषि मंत्री के खत के साथ किसानों को कृषि कानून के फायदे बताएगी भाजपा
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस यानी 25 दिसंबर से भारतीय जनता पार्टी गांव-गांव किसानों के बीच पहुंचेगी। यह पहला मौका होगा जब किसानों को कृषि कानून के लिए सच और झूठ से उनके घरों तक पहुंचकर रूबरू कराया जाएगा।
बरेली, जेएनएन। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस यानी 25 दिसंबर से भारतीय जनता पार्टी गांव-गांव किसानों के बीच पहुंचेगी। यह पहला मौका होगा, जब किसानों को कृषि कानून के लिए सच और झूठ से उनके घरों तक पहुंचकर रूबरू कराया जाएगा। शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने बरेली मंडल की वर्चुअल समीक्षा बैठक करके संदेश दिया।
कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों के नाम पत्र लिख झूठ और सच की व्याख्या की है। बैठक में तय हुआ कि अब भाजपा गांव-गांव इस खत को किसानों के बीच लेकर जाएगी। भाजपा जिलाध्यक्ष पवन शर्मा ने बताया कि 25 दिसंबर को हर ब्लॉक में एक-एक हजार किसानों को इक्ट्ठा करके कृषि कानून पर चर्चा करनी है। इसके बाद 26-27 दिसंबर को कृषि मंत्री के दिए खत के साथ जिले के 1193 गांवों के किसानों तक पहुंचना है। शुक्रवार को हुई बैठक में बरेली मंडल के सभी भाजपा नेता मौजूद रहे।
केंद्र सरकार के लाए गए कृषि कानून के खिलाफ किसान विरोध कर रहे हैं। कानून के विरोध में किसान दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों ने दिल्ली में डेरा डाला हुआ है और कानून को रद्द करने की मांग कर रहे हैं जबकि सरकार का कहना है कि ये कानून किसानों के हित में है और इससे किसानों को फायदा होगा। सरकार चाहती है कि किसानों की आमदनी बढ़े। इसलिए उसने उपज की बिक्री करने के लिए बाजार की पाबंदियां हटा दी हैं।