बार-बार बदला ठिकाना, मुंह ढककर कोर्ट तक पहुंचाया
शनिवार शाम को बिलाल को जब कोर्ट में पेश किया गया तो हवाइयां उड़ी हुई थीं। वाहन से कोर्ट तक की करीब दो मिनट की दूरी उसने महज 30 सेकेंड में पूरी कर दी।
बरेली, जेएनएन : शनिवार शाम को बिलाल को जब कोर्ट में पेश किया गया तो हवाइयां उड़ी हुई थीं। वाहन से कोर्ट तक की करीब दो मिनट की दूरी उसने महज 30 सेकेंड में पूरी कर दी। दरअसल, कोर्ट के मुख्य गेट के बाहर भीड़ देखने के बाद वह सहम गया था। पूरे दिन के घटनाक्रम की जानकारी एसएसपी रोहित सजवाण लेते रहे।
इस प्रकरण में मंगलवार को किला थाने में बवाल हो चुका, इसलिए एहतियात बिलाल की पेशी के दौरान कोर्ट परिसर से लेकर बाहर तक बड़ी संख्या में फोर्स तैनात कर दिया गया था। दूसरों की निगाह में न आ सके, इसलिए आरोपित को कोर्ट तक ले जाने के लिए पुलिस ने निजी वाहन का सहारा लिया। उसके आसपास छह पुलिसकर्मी सादा कपड़ों में थे। उन्हीं के बीच बिलाल को मुंह ढककर ले जाया गया। मकसद साफ था कि यदि कोई हंगामा होता है तो सादा कपड़े वालों में मुंह छिपाए लोगों में बिलाल की पहचान आसानी से न हो। उसे सुरक्षित कोर्ट तक पहुंचाया जा सके।
भीड़ देख बंद कराया गेट
कोर्ट के बाहर किसी संगठन के लोग नहीं पहुंचे, मगर आसपास की भीड़ लग गई थी। देखकर मुख्य गेट बंद करा दिया गया। पीएसी भी तैनात कर दी गई। जेल जाने तक भरपूर फोर्स लगाई गई।
तीन थानों में रखा गया
बिलाल को पहले किला थाने लाया गया। इसके बाद बारादरी, फिर बिथरी थाने पहुंचाया गया। हिदुत्ववादी संगठन प्रदर्शन न करें इसलिए एहतियातन कदम उठाया गया। वहीं छात्रा को भी शनिवार सुबह मेडिकल के लिए सरकारी के बजाय निजी एंबुलेंस से ले जाया गया।
बिलाल के कदम को बताया गलत
कोर्ट में बिलाल का पिता नहीं पहुंचा। उसके दो रिश्तेदार आए थे। बाहर कुछ परिचित भी खड़े थे। उनका कहना था कि टीका-तिलक लगाकर, धोखे में रखकर उसने ठीक नहीं किया।
अलग वाहनों से लाए गए दोनों
अजमेर गई किला पुलिस के पास चार गाड़ियां थीं। शुक्रवार शाम को छात्रा व बिलाल को पुलिस अलग गाड़ियों से बरेली तक लाई। इसके बाद बिलाल को एक थाने की बैरक में, जबकि छात्रा को महिला थाने में रोका।
होटल में लगाया फर्जी आधार कार्ड
सर्विलांस के सहारे तक पुलिस अजमेर के होटल तक तो पहुंच गई मगर रजिस्टर में बिलाल या छात्रा का नाम दर्ज नहीं था। जिसके बाद हाल ही में आए युगल के बारे में पूछा। सादा कपड़ों में होटल के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई। शुक्रवार दोपहर को बिलाल और छात्रा जैसे ही होटल छोड़कर निकले, पुलिस ने पकड़ लिया। बाद में पता चला कि होटल में माहिरा नाम के फर्जी आधार कार्ड की प्रति लगाई गई थी। पकड़े जाने के बाद बिलाल निकाह करने की बात कहता रहा। पुलिस ने संबंधित कागज मांगा तो चुप हो गया। बाद में दोनों ने स्वीकारा कि निकाह या शादी नहीं की है।