नेपाल से बरेली आ रही 245 किलो चरस बिहार पुलिस ने की बरामद
Smuggling in Bareilly पास वाहन जांच के दौरान पकड़ी गई पिकअप वैन के नीचे बनाए गए गोपनीय केबिन से पुलिस ने 265 किलोग्राम चरस बरामद की। पुलिस ने पिकअप वैन के चालक समेत तीन तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। तीनों नेपाल के निवासी हैं।
बरेली, जेएनएन।Smuggling in Bareilly : नेपाल से बिहार के रास्ते बरेली आ रही 265 किलो चरस लदी पिकप वैन को बिहार के गोपालगंज जिले के कुचायकोट थाने की पुलिस ने रविवार को नेशनल हाईवे पर बलथरी चेकपोस्ट पर पकड़ लिया।
पास वाहन जांच के दौरान पकड़ी गई पिकअप वैन के नीचे बनाए गए गोपनीय केबिन से पुलिस ने 265 किलोग्राम चरस बरामद की। पुलिस ने पिकअप वैन के चालक समेत तीन तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। तीनों नेपाल के निवासी हैं। पुलिस ने पूछताछ के बाद रैकेट से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी तेज कर दी है।
आइजी राजेश पाण्डेय ने बताया कि तस्करों की रोकथाम के लिए पीलीभीत बार्ड पर सात नई पोस्ट बनाकर एसएसबी के जवान के साथ ही लोकल पुलिस को तैनात किया गया है। जिससे तस्करों को पकड़े जाने का खतरा ज्यादा है। इस लिए तस्कर अब बरेली आने के लिए पीलीभीत की जगह बिहार के रास्ते को चुन रहे हैं।
कुचायकोट थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार तिवारी के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम बलथरी चेकपोस्ट पर वाहनों की जांच कर रही थी। इसी दौरान बिहार से उत्तर प्रदेश की तरफ जा रही एक पिकअप वैन को रोका गया। छानबीन की गई तो पिकअप वैन का रजिस्ट्रेशन नंबर ट्रैक्टर का निकला।
इसके बाद पिकअप वैन के केबिन के पीछे बने तहखाने में छिपाकर रखी गई 265 किलो चरस बरामद हुई। गिरफ्तार तस्करों में नेपाल के वीरगंज का निवासी प्रकाश कुमार कुर्मी, नेपाल के ही मथवल जिले के मधुबन का निवासी विनय कुमार साहनी और नेपाल के वीरगंज का ही निवासी विक्की कुमार श्रीवास्तव शामिल है। चरस नेपाल के वीरगंज से उत्तर प्रदेश में बरेली भेजी जा रही थी।
फतेहगंज पश्चिमी और फरीदपुर होती है सप्लाई
जिले में चरस तस्करी बड़े पैमाने पर की जाती है। यहीं चरस उत्तराखंड और दिल्ली पंजाब के लिए जाती है। फतेहगंज पश्चिमी और फरीरदपुर के बड़े तस्कर नेपाल और झारखंड से चरस मंगाकर आगे सप्लाई करते है। संभावना जताई जा रही है कि यहीं के तस्करों ने नेपाल के तस्करों से चरस का आर्डर दिया होगा।
पीलीभीत बार्डर पर पहले एक पोस्ट थी। इस दौरान देखा गया कि कई दूसरे रास्ते से भी तस्कर आते है। इसलिए छह नई पोस्ट बनाकर एसएसबी और पुलिस तैनात की गई। जिससे तस्करों पर लगाम लगी। राजेश पाण्डेय, आइजी रेंज बरेली