हाईटेंशन लाइनें की वजह से बरेली के घंटाघर का सुंदरीकरण रुका, जानें क्यों नहीं हट पा रही बिजली लाइन
Beautification of Bareilly bell tower कुतुबखाना चौराहा के पास स्थित घंटाघर के सुंदरीकरण का काम रुक गया है। वहां बिजली की हाईटेंशन लाइन ने काम में रुकावट डाल दी है। अधिकारियों ने बिजली विभाग को पत्र लिखकर लाइन शिफ्ट कराने को कहा है।
बरेली, जेएनएन। Beautification of Bareilly bell tower : कुतुबखाना चौराहा के पास स्थित घंटाघर के सुंदरीकरण का काम रुक गया है। वहां बिजली की हाईटेंशन लाइन ने काम में रुकावट डाल दी है। अधिकारियों ने बिजली विभाग को पत्र लिखकर लाइन शिफ्ट कराने को कहा है। शहर की पहचान करीब 45 साल पुराने कुतुबखाना क्षेत्र से हैं। इसके पास ही बना घंटाघर भी काफी पुराना है। स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत घंटाघर के सुंदरीकरण को करीब 90 लाख रुपये मंजूर किए गए हैं। इसमें बिल्डिंग की मरम्मत, घंटाघर के नीचे शी-लाज आदि काम होना है।
टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद कुछ समय पहले सुंदरीकरण का काम शुरू हो गया था। नीचे के हिस्से पर बाउंड्रीवाल का निर्माण कराया गया। बीते कुछ दिनों से निर्माण कार्य रुका हुआ है। दरअसल, घंटाघर के ऊपर से बिजली की हाईटेंशन लाइन निकल रही हैं। उसे शिफ्ट करने के बाद ही मरम्मत का काम हो पाएगा। स्मार्ट सिटी कंपनी के अधिकारियों ने इस बाबत कई पत्र बिजली विभाग को भेजे, लेकिन अब तक लाइन शिफ्ट नहीं हो पाई है। अब एक बार फिर वरिष्ठ महाप्रबंधक की ओर से पत्र भेजा गया है।बरेली स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ अभिषेक आनंद ने बताया कि घंटाघर के ऊपर से बिजली की लाइन शिफ्ट की जानी है। इसके लिए बिजली विभाग को पत्र भेजा गया है। लाइन नहीं हटने के कारण काम की गति थमी है।
नुक्कड़ नाटक के माध्यम से दी संविधान की जानकारी : राजश्री ला कालेज के छात्र-छात्राओं ने संविधान दिवस के मौके पर जन-जागरण के लिए नुक्कड़-नाटक का प्रदर्शन किया। कोतवाली गेट तथा रेलवे स्टेशन पर दहेज प्रथा, बाल-विवाह, एसिड अटैक तथा छुआ-छूत जैसे सामाजिक मुद्दों पर लोगों को जागरूक कर संविधान की जानकारी दी। जिसमें बीए, एलएलबी प्रथम वर्ष तथा द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। इस दौरान संस्थान के चेयरमैन राजेंद्र कुमार अग्रवाल व एकेडमिक एडवाइजर तुलिका अग्रवाल ने छात्रों को उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। प्रबंध निदेशक रोहन बंसल, डीन एकेडमिक डा. साकेत अग्रवाल, निदेशक शोध एवं विकास डा. पंकज शर्मा, रजिस्ट्रार दुष्यंत माहेश्वरी ने बधाई दी। इस दौरान प्राचार्य डा. शोएब खान, अंजली, निवेदिता शर्मा, मंयक मिश्रा, दीपक माहोर, ध्रुव सिंह, नितिन गंगवार व श्याम कुमार मौजूद रहे।