शाहजहांपुर के युवाओं का श्रमदान पर बीडीओ बोले- सराहनीय काम
जर्जर खड़ंजे को सही कराने की मांग पूरी न हुई तो युवाओं ने खुद ही आगे कदम बढ़ाए। आपस में मिलकर चंदा किया। ईंट मंगवाई और खड़ंजा बिछा लिया।
शाहजहांपुर, जेएनएन। जर्जर खड़ंजे को सही कराने की मांग पूरी न हुई तो युवाओं ने खुद ही आगे कदम बढ़ाए। आपस में मिलकर चंदा किया। ईंट मंगवाई और खड़ंजा बिछा लिया। पुरानी ईंटों से तैयार इस खड़ंजे से आवागमन में सुविधा हो गई है। बारिश में अब यहां दलदल भी नहीं होगा। ब्लाक मुख्यालय से दो किमी. दूर निगोही रोड कहमारा गांव में लगभग दस पूर्व खडंजा बिछाया गया था।
करीब चार साल बाद ही वह खराब हो गया। इसके बाद उसकी कई बार मरम्मत करा दी गई, लेकिन इस बार ध्यान न देने से करीब बीस मीटर हिस्से पर पैदल निकलना भी मुश्किल हो गया। प्रधान व सेक्रेटरी से कहा, लेकिन उन्होंने नहीं सुनी, जिसके बाद गांव के सर्वेश वर्मा, विवेक, सत्यदेव, अजेश, पंकज, रतिराम, राजेश, आदि ने ट्रैक्टर ट्राली की व्यवस्था की। पुरानी ईंटें मंगवाईं। आपस में मिलकर सभी ने शाम तक खड़ंजा तैयार कर लिया। गांव में विकास कार्यों के लिए बजट नहीं मिल पा रहा है।
जो खड़ंजा बिछाया गया वह सिर्फ दिखावा है। लोगों ने उस पर अवैध रूप से कब्जा कर रखा है। दिनेश तिवारी, प्रधान
खड़ंजे के लिए बजट नहीं मिल पा रहा है। सामुदायिक शौचालय, पंचायत भवनों के लिए धन मिला था। कहमारा में अगर युवाओं ने खडंजा बिछाया है तो यह सराहनीय है। ऋषिकांत आहिरवार, बीडीओ