बरेली में बीडीए बनवाएगा ध्वस्त मजार, बैठक के बाद होगा फैसला
बरेली विकास प्राधिकरण की कार्रवाई के विरोध में सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए। पूरे दिन रार के बाद देर शाम पुलिस प्रशासन और बीडीए के साथ मजार समर्थकों की बैठक हुई। इसमें फैसला लिया गया कि तोड़ी गई मजार बीडीए को फिर बनवानी होगी।
बरेली, जेएनएन। डोहरा रोड के पास चंद्रपुर बिचपुरी में गुरुवार को ध्वस्त मजार का मामला शुक्रवार को भी गर्माया रहा। बरेली विकास प्राधिकरण की कार्रवाई के विरोध में सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए। पूरे दिन रार के बाद देर शाम पुलिस, प्रशासन और बीडीए के साथ मजार समर्थकों की बैठक हुई। इसमें फैसला लिया गया कि तोड़ी गई मजार बीडीए को फिर बनवानी होगी। परंतु बीडीए ने पूर्व वाली जगह की हामी नहीं भरी है। उधर मजार पर हां के बाद दूसरा संप्रदाय भी दबाव बना रहा है कि मंदिर का टूटा गेट भी बीडीए वहीं स्थापित कराए।
बीडीए की ओर से गुरुवार को मजार शरीफ तोड़ने की शिकायत दरगाह आला हजरत परिवार के दामाद और जमात रजा-ए-मुस्तफा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान हसन खां से हुई। वह शुक्रवार दोपहर सैकड़ों की तादाद में विरोध करने वालों के बीच पहुंचे। इसकी सूचना प्राधिकरण और प्रशासन को भी थी, लेकिन मौके पर कोई अधिकारी न दिखने पर वह भड़क गए। साफ किया कि बीडीए ने जो मजार ध्वस्त की है वह मूल जगह पर ही बनेगी।
मामला तूल पकड़ता देख जिलाधिकारी नितीश कुमार ने सिटी मजिस्ट्रेट मदन कुमार को भेजा। देर शाम करीब साढ़े छह बजे एसएसपी ऑफिस में बीडीए उपाध्यक्ष जोगिंदर सिंह और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में बैठक हुई। दिनभर की गहमागहमी के बाद तय हुआ कि तोड़ी गई मजार बरेली विकास प्राधिकरण खुद बनवाएगा। हालांकि इसका स्वरूप क्या होगा, इस पर शनिवार को बीडीए ऑफिस में बैठक के बाद फैसला लिया जाएगा।
ध्वस्त ढांचे के पास खड़े होकर किया एलान
सलमान मियां मुरीदों के साथ करीब बीस मिनट तक ध्वस्त मजार के पास रहे। कहा कि बिना मुरीदों को विश्वास में लिए मजार तोड़ना गलत है। उन्होंने एलान किया कि मजार कहीं शिफ्ट नहीं होगी, बल्कि जिस जगह बनी थी, वहीं रहेगी।
मामला गर्माया तो डीएम ने सिटी मजिस्ट्रेट को भेजा
बार-बार मौके पर बुलाने के बावजूद बीडीए से कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। इस पर माहौल एक बार फिर गर्मा गया। दरगाह आला हजरत से पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने भी मजार के पास डेरा डाल दिया। बात प्रशासन के कानों तक पहुंची तो एसएसपी और एडीएम ने दरगाह-ए-आला हजरत के प्रतिनिधिमंडल के पास फोन आने शुरू हुए। बाद में डीएम ने सिटी मजिस्ट्रेट मदन कुमार को मौके पर भेजा।
जुमे की नमाज के बाद जुटने लगे मुरीद
दोपहर को जुमे की नमाज हुई। इसके बाद चंद्रपुर बिचपुरी में ध्वस्त मजार के पास लोग जुटने लगे। बढ़ती हुई भीड़ देखकर इलाकाई बारादरी थाना पुलिस फोर्स पहुंची। धीरे-धीरे 500 से ज्यादा मुरीद जुट गए। सूचना पर तीन अन्य थानों के फोर्स भी एहतियातन मौके पर पहुंच गई।
सलमान मियां ने पूछा-बीडीए वीसी क्यों नहीं आए
करीब चार बजे दरगाह आला हजरत परिवार के दामाद और दरगाह से जुड़े संगठन जमात रजा-ए-मुस्तफा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान हसन खां, छोटे भाई फरमान मियां लश्कर के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने दरगाह कमेटी से बात की। ईंट दिखाकर उन्हें बताया गया कि वर्ष 1949 की ईंट मजार में लगी थीं। जवाब के लिए प्राधिकरण या प्रशासन से कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं दिखा तो सलमान मियां ने बारादरी इंस्पेक्टर से सवाल किया कि जिम्मेदार अधिकारी क्यों नहीं आए?
बीडीए वीसी हों और मजार बने तभी होगी बैठक
दरगाह-ए-आला हजरत के प्रतिनिधिमंडल से सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि कैंप ऑफिस में बैठक कर समस्या का हल कराएंगे। इस पर सलमान मियां ने साफ किया कि बैठक में बीडीए उपाध्यक्ष हों और पूर्व वाली जगह पर ही मजार शरीफ बनवाने के लिए प्रशासन तैयार हो, तभी बैठक होगी। सिटी मजिस्ट्रेट ने आश्वासन दिया, जिसके बाद प्रतिनिधिमंडल एसएसपी ऑफिस बैठक के लिए रवाना हुआ। वहीं, प्रदर्शन खत्म किया।
मजार बनेगी लेकिन कब और कैसी, फैसला आज
गुरुवार को बीडीए ऑफिस में मजार कमेटी के साथ पहुंचे सपा नेता हैदर अली की बीडीए उपाध्यक्ष के साथ हुई बैठक में दरगाह आला हजरत परिवार के जरिये शांतिपूर्ण ढंग से मामला तय किये जाने का फैसला हुआ था। जिसके बाद गुरुवार को दरगाह से जुड़े पदाधिकारियों से संपर्क किया गया था। शुक्रवार को एसएसपी रोहित सिंह सजवाण की मौजूदगी में बीडीए उपाध्यक्ष और दरगाह आला हजरत प्रतिनिधिमंडल के बीच बैठक हुई। फैसला हुआ कि तोड़ी गई मजार प्राधिकरण बनवाएगा। हालांकि यह कब और कैसी बनेगी, इस पर शनिवार को फैसला होगा।
एसएसपी की मौजूदगी में बीडीए उपाध्यक्ष ने ध्वस्त की जगह पर प्राधिकरण के खर्च पर शनिवार से ही मजार बनवाने का आश्वासन दिया है। बैठक में शेष बात स्पष्ट होंगी। - सलमान मियां, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, जमात रजा-ए-मुस्तफा (दरगाह आला हजरत से जुड़ा संगठन)
बीडीए ने सकारात्मक पहल के चलते तोड़ी गई मजार की जगह पर ही इसे पुनस्र्थापित करने का फैसला लिया है। हालांकि इसके स्वरूप पर दरगाह आला हजरत के प्रतिनिधिमंडल के साथ शनिवार को होने वाली बैठक में फैसला होगा। - जोगिंदर सिंह, उपाध्यक्ष, बीडीए