Basic Education : अब स्टांप पैड और प्लास्टिक मनी से गणित सीखेंगे छात्र, जानिए महानिदेशक ने क्या दिए निर्देश
प्रारंभिक शिक्षा से ही बच्चों के मन में गणित के उलझाऊ सवालों का डर बैठ जाता है। बच्चे गणित विषय से ही बचने लगते हैं। यही डर उच्च शिक्षा में भी उन्हें गणित से दूर कर देता है। अब प्राथमिक विद्यालयों को मैथ किट उपलब्ध कराई जाएगी।
बरेली, जेएनएन। प्रारंभिक शिक्षा से ही बच्चों के मन में गणित के उलझाऊ सवालों का डर बैठ जाता है। बच्चे गणित विषय से ही बचने लगते हैं। यही डर उच्च शिक्षा में भी उन्हें गणित से दूर कर देता है। अब बच्चों के इस डर को बचपन से ही दूर करने के लिए प्राथमिक विद्यालयों को मैथ किट उपलब्ध कराई जाएगी। इसमें गणित से जुड़ी सामग्री होगी जो बच्चों को पढ़ाई की ओर आकर्षित करेगी।
महानिदेशक बेसिक शिक्षा विजय किरण आनंद की ओर से 15 फरवरी को जारी आदेश में सभी परिषदीय स्कूलों के बच्चों के लिए मैथ किट दी जानी है। इसमें शामिल ठोस आकृतियों से छात्रों को त्रिआयामी आकृतियों की समझ, टाइल्स के माध्यम से द्विआयामी आकृतियों, टाइलीकरण एवं पैटर्न की समझ विकसित की जाएगी।
स्टांप पैड व स्टा¨म्पग कंटेनर द्वारा छात्रों में त्रिआयामी से द्विआयामी आकृति में परिवर्तन व आयतन का अनुमान और पैटर्न बनाने की समझ विकसित की जाएगी। वहीं, प्ले मनी (रुपये व सिक्के) के जरिये स्थानीय मान एवं जोड़-घटाने के तरीके सिखाए जाएंगे।
इसी तरह डोमिनो नंबर कार्डस, नंबर कार्डस, ब्लॉक्स, घड़ी, स्ट्रिंग और रस्सी के जरिए भी गणित की अलग-अलग अवधारणा की समझ छात्र-छात्रओं में विकसित की जाएगी। किट के साथ दी गई विवरणिका में इसके उपयोग के बारे में बताया गया है।
शिक्षक इसका अध्ययन कर किट में दी गई विभिन्न वस्तुओं के उपयोग के संबंध में जानकारी देंगे। यह किट कक्षा एक और दो के बच्चों के लिए ज्यादा उपयोगी साबित होगी। जल्द ही यह किट एनसीईआरटी द्वारा सभी जिलों को उपलब्ध करा दी जाएगी।
समूह में पढ़ेंगे बच्चे
यह किट गणित को आसान बनाने के लिए है। शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि अनुभव, भाषा, चित्र और प्रतीक के सिद्धांत का पालन करें। बच्चों को किट सामग्री के साथ गतिविधियां करने दें, जिससे वह उनका वास्तविक अनुभव प्राप्त करें। गतिविधि के समय बच्चों को छोटे-छोटे समूह में बैठाएं। जरूरत पड़ें तो बच्चों की जोड़ी बनाकर उनसे गतिविधि कराएं।