एक कॉल से अब दूर होगी बरेली के गन्ना किसानों की परेशानी, जानें किस नंबर पर करें कॉल
गन्ना उत्पादक किसानों के लिए एक अच्छी खबर है। उनकी गन्ने की खेती से संबंधित समस्याएं दूर करने के लिए शासन ने नई व्यवस्था की है। अब उन्हें गन्ने के संबंध में नई तकनीक या दूसरी जानकारी के लिए गन्ना कार्यालय तक दौड़ नहीं लगानी होगी।
बरेली, जेएनएन। गन्ना उत्पादक किसानों के लिए एक अच्छी खबर है। उनकी गन्ने की खेती से संबंधित समस्याएं दूर करने के लिए शासन ने नई व्यवस्था की है। अब उन्हें गन्ने के संबंध में नई तकनीक या दूसरी जानकारी के लिए गन्ना कार्यालय तक दौड़ नहीं लगानी होगी। किसानों को राहत देते हुए टोल फ्री नंबर जारी किया गया है। यहां पर सुबह नौ बजे से रात 10 बजे तक किसानों की समस्या का समाधान किया जाएगा।
शासन ने किसानों की समस्या को देखते हुए 11 अंक का टोल फ्री नंबर 1800-180-1551 जारी किया है। ताकि किसान उस नंबर पर काल करके अपनी परेशानी बता सकें। उसके बाद वहां पर मौजूद कृषि वैज्ञानिकों की ओर से उनकी समस्या का समाधान किया जा सकेगा, ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत न हो। साथ ही किसानों को नई जानकारी से भी अवगत कराया जा सके। वहीं शासन ने सर्वे, सट्टा कलेंडर, पर्ची आदि के लिए भी टोल फ्री नंबर 1800-103-5823 पर शिकायत कर किसान समाधान पा सकते हैं। ऐसे में कोरोना काल में जहां किसान संक्रमण की चपेट में आने से बच सकेंगे, वहीं दूसरी ओर अव्यवस्थाओं के चलते किसानों को कार्यालयों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे उनके रुपये व समय दोनों की बचत होगी। यह टोल फ्री नंबर सिंतबर तक काम करेगा।
जिले में 1.04 लाख हेक्टेयर है गन्ने का रकबा : जनपद में गन्ने की फसल का रकबा 1.04 लाख हेक्टेयर के करीब है। जबकि गन्ना उत्पादक किसानों की संख्या 1.95 लाख से अधिक है। किसानों को फसल से जुड़ी समस्या के समाधान के लिए अब विभागीय अधिकारियों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। साथ ही किसी दुकानदार से फसल के बारे में कोई सुझाव भी नहीं लेना होगा।जिला गन्ना अधिकारी पीएन सिंह ने बताया कि शासन की ओर से टोल फ्री नंबर जारी किया गया है। इन नंबरों पर किसानों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा। किसानों को घर बैठे ही समस्याओं का समाधान और गन्ना खेती से संबंधित नई जानकारी मिलेगी। वहीं, दूसरी ओर जनपद में गन्ने की फसल का सर्वे जारी है और इस पर अधिकारियों की नजर है।