कब्जों से बचेगा, तब संंवरेगा शहर का डेलापीर तालाब, जानिए बरेली में कैसे हो रही बूंद- बूंद सहेजने की कोशिश
डेलापीर तालाब पर कब्जों की कोशिशों के बीच तालाब को मूल स्वरूप में लाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। तालाब के पानी की सफाई के लिए एसटीपी तैयार हो गया है। पानी साफ होने के बाद यहां पिकनिक स्पॉट विकसित करने की योजनाएं हैं।
बरेली, जेएनएन। डेलापीर तालाब पर कब्जों की कोशिशों के बीच तालाब को मूल स्वरूप में लाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। तालाब के पानी की सफाई के लिए एसटीपी तैयार हो गया है। पानी साफ होने के बाद यहां पिकनिक स्पॉट विकसित करने की योजनाएं हैं। लेकिन तालाब का एक हिस्सा कब्जे में हैं। दैनिक जागरण के पिछले कुछ सालों में चले अभियान की बदौलत तालाब का एक हिस्सा सुरक्षित हैं। अब प्रशासन ने पैरवी तेज की है।
दैनिक जागरण के सहेज लो हर बूंद से सामाजिक संस्थाएं जुड़ने लगी हैं। तालाब के एक हिस्से में पानी हैं, जिसको साफ करने के लिए अब प्रयास होने हैं। निगम के प्रोजेक्ट के अनुसार यहां पॉथ वे बनाया जाएगा। जिसपर लोग सुबह टहलने आ सकेंगे। तालाब के पानी की सफाई एसटीपी से होगा। पानी को केमिकल की मदद से साफ करने का भी प्रोजेक्ट तैयार है। यहां दीवारों पर चित्रकारी होगी। तालाब में गिरने वाले नालों में फिलहाल फिल्टर लगाया जाएगा। पानी साफ होने के बाद यहां बोटिंग शुरू की जाएगी। इस प्रोजेक्ट पर करीब 24 करोड़ की लागत आनी हैं।
मूल स्वरूप में लाने के निर्देश हो चुके
तालाब के एक हिस्से पर एक ट्रस्ट काबिज है, हाल में एडीएम वित्त मनोज पांडेय ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का हवाला देते हुए तालाब को मूल स्वरूप में लाने का आदेश जारी कर दिया है। कोर्ट तक मामला पहुंचने के बाद जमीन तालाब होने के कारण राज्य सरकार की संपत्ति मानी गई है।