Bareilly Vaccination News : बरेली के केंद्राें में उमड़ा युवाओं का सैलाब, दस हजार ने लगवाया टीका
कोरोना से बचाव के लिए टीका लगवाने के लिए शुक्रवार को युवाओं का रेला स्वास्थ्य केंद्रों पर उमड़ा। एक दिन में दस हजार से अधिक युवाओं ने कोरोना रोधी टीका लगवाया। वैक्सीनेशन सेंटर सुबह से शाम तक भरे रहे।
बरेली, जेएनएन। : कोरोना से बचाव के लिए टीका लगवाने के लिए शुक्रवार को युवाओं का रेला स्वास्थ्य केंद्रों पर उमड़ा। एक दिन में दस हजार से अधिक युवाओं ने कोरोना रोधी टीका लगवाया। वैक्सीनेशन सेंटर सुबह से शाम तक भरे रहे। वही, 45 वर्ष से अधिक आयु वालों में भी अब टीकाकरण का ग्राफ बढ़ने लगा है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. आरएन सिंह के अनुसार टीकाकरण के लिए आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वाले शुक्रवार को बड़ी संख्या में केंद्रों पर पहुंचे। शाम तक करीब 13127 लोगों ने कोरोना रोधी टीका लगवाया। 18 से 44 आयु वर्ग के 7500 लोगों को पहली डोज लगाए जाने का लक्ष्य था, जिसमें से 7311 यानी 97 फीसद लोगों ने टीका लगवाया।
वही, ढाई हजार लोगों को दूसरी डोज लगाई जानी थी, जिसमें से 2250 युवा केंद्रों पर आए और टीका लगवाया। यानी करीब 90 फीसद लोगों का टीकाकरण हुआ। 45 से अधिक उम्र के साढ़े छह हजार लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया था। उनमें से 3566 लोगों ने वैक्सीन लगवाई। यानी करीब 55 फीसद लोगों ने टीका लगवाया। 21 फ्रंट लाइन वर्करों को भी टीका लगाया गया।
इसके साथ ही आन स्पाट रजिस्ट्रेशन कैंप में भी 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों की संख्या अधिक रही। 18 केंद्रों पर 1232 युवाओं को टीका लगाया गया। इसके अलावा 45 से अधिक उम्र के 306 लोगों ने आन स्पाट रजिस्ट्रेशन करवाकर वैक्सीन लगवाई।
- कोरोना के खिलाफ वैक्सीन ही बचाव में कारगर है। अभी जिले में करीब दस फीसद लोगों ने ही टीका लगवाया है। बाकी के लोग भी जल्द वैक्सीन लगवाए। अमित भारद्वाज
- कोरोना की पहली लहर के वक्त देश में वैक्सीन नहीं थी। दूसरी लहर से पहले वैक्सीन आ गई। जिन लोगों को वैक्सीन लगाई गई, उनमें खतरा कम रहा। शुभि
- महामारी के आंकड़े तो कम हो रहे हैं, लेकिन इसकी गंभीरता अभी कम नहीं हुई है। बीमारी से बचे रहने के लिए समय पर वैक्सीन लगवाना जरूरी है। दिव्या
- विशेषज्ञ कोरोना की तीसरी लहर भी आने की आशंका जता रहे हैं। ऐसे में अभी से लोगों को सुरक्षा कवच के रूप में वैक्सीन को लगाना होगा। अमि सिंह
कोरोना संक्रमण का प्रकोप पिछले दो महीनों में काफी अधिक रहा। अब संक्रमितों की संख्या कम होने लगी है। अब भी कई सक्रिय मरीज जिले में हैं। कई मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। ऐसे में अगर किसी को खांसी, जुकाम, बुखार आदि लक्षण हो तो उन्हें तुरंत जांच करानी चाहिए। समय पर दवा लेने से बीमारी की गंभीरता को कम किया जा सकता है। इसके साथ ही अधिकतम लोगों को वैक्सीन लगवाने की जरूरत है। वैक्सीन लगवाने पर तीसरी लहर से लोगों का बचाव होगा। डॉ. अलका शर्मा, सीएमएस, जिला महिला अस्पताल