बरेली का सपा नेता कभी था छुटभैया चोर, स्मैक तस्करी करके बन गया अरबपति, पुलिस ने किया गिरफ्तार
Bareilly SP leader Arrested in Smack Smuggling नन्हे लंगड़ा उस्मान पढ़ेरा का शहीद खां उर्फ छोटे समेत कई कुख्यात स्मैक तस्कर पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं। तस्करों के खिलाफ कमरतोड़ कार्रवाई के बाद भी कुख्यात तस्कर तस्करी से बिल्कुल भी भय नहीं खा रहे हैं।
बरेली, जेएनएन। Bareilly SP leader Arrested in Smack Smuggling : नन्हे लंगड़ा, उस्मान, पढ़ेरा का शहीद खां उर्फ छोटे समेत कई कुख्यात स्मैक तस्कर पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं। तस्करों के खिलाफ कमरतोड़ कार्रवाई के बाद भी कुख्यात तस्कर तस्करी से बिल्कुल भी भय नहीं खा रहे हैं। धड़ल्ले से नशे की खेप दिल्ली, उत्तराखंड व अन्य प्रदेशों तक पहुंचाई जा रही है। उत्तराखंड सप्लाई पहुंचाने निकला फतेहगंज पश्चिमी का एक और वांछित कुख्यात तस्कर शाहिद उर्फ कल्लू शनिवार को 262 ग्राम स्मैक के साथ मीरगंज में नेशनल हाइवे से धर लिया गया। समाजवादी पार्टी से जुड़ा शाहिद फतेहगंज पश्चिमी नगर पंचायत में वार्ड-11 से सभासद भी है। उसने बीते दिनों बहेड़ी में पकड़े गए तस्कर उस्मान व मो. यूसुफ से स्मैक खरीदने की बात कबूली है। 18 अक्टूबर के अंक में दैनिक जागरण ने शाहिद उर्फ कल्लू, इशाकत व रिफाकत के नाम का राजफाश कर दिया था। क्षेत्र में वह कल्लू डान के नाम से जाना जाता है।
शनिवार सुबह सीओ सुनील कुमार राय को सूचना मिली कि फतेहगंज पश्चिमी से भागकर स्मैक तस्कर शाहिद उर्फ़ कल्लू अपने साथियों के साथ मीरगंज क्षेत्र में रहकर तस्करी का काम कर रहा है। वह स्मैक की एक बड़ी खेप को कही पहुंचाने की तैयारी में है। मुखबिर की निशानदेही पर सीओ के नेतृत्व वाली टीम ने कुलछा खुर्द के समीप नेशनल हाईवे से सटे एक स्थान पर खड़े स्मैक तस्कर शाहिद उर्फ कल्लू को 262 ग्राम स्मैक , पांच सौ रुपये नकद और मोबाइल फोन के साथ पकड़ लिया। शाहिद उर्फ़ कल्लू ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह अपने साथियों के साथ इस स्मैक को उत्तराखंड बेचने जा रहा था। पूछताछ में उसने फतेहगंज पश्चिमी के ही पांच तस्करों इशाकत पुत्र सखावत, नदीम पुत्र शकील, मुन्ना टंडल पुत्र नत्थू, मलिक कुरैशी पुत्र शाकिब तथा सोनू कालिया का नाम कुबूला। कहा कि पांचों से ही वह स्मैक खरीदकर उत्तराखंड व दिल्ली के शहरों में करियर के जरिए सप्लाई कराता है। शाहिद उर्फ कल्लू के साथ अन्य उसके द्वारा कबूले गए पांचों तस्करों के खिलाफ एनडीपीएस की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इंस्पेक्टर मीरगंज दयाशंकर ने बताया कि तस्कर शाहिद उर्फ कल्लू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
फतेहगंज पश्चिमी थाने का है हिस्ट्रीशीटर, हत्या समेत दर्ज है 13 मुकदमे : तस्कर शाहिद उर्फ कल्लू फतेहगंज पश्चिमी थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ आबकारी अधिनियम, चोरी, आर्म्स एक्ट, हत्या, एनडीपीएस, दहेज उत्पीड़न समेत 13 मुकदमे दर्ज हैं। मौजूदा नगर पंचायत बोर्ड फतेहगंज पश्चिमी से वह सपा से सभासद है। तस्कर पर डा. असलम की हत्या का भी आरोप है। डॉ. असलम हत्याकांड में ही उस पर हत्या का मुकदमा दर्ज है।
1987 में पहली बार शराब मामले में जेल गया था : साल 1987 में वह पहली बार शराब के मामले में जेल गया था। उसके खिलाफ आबकारी अधिनियम में रिपोर्ट दर्ज की गई थी। साल 1995 में वह पुलिस मुठभेड़ में पकड़ा गया था। 1995 में ही कल्लू के खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्रवाई हो चुकी है। आखिरी बार तीन अगस्त 2019 को असलम हत्याकांड के मामले में जेल गया था।
पत्नी को लड़ा चुका है चेयरमैनी का चुनावः शाहिद उर्फ कल्लू कभी छुटभैया चोर हुआ करता था। चोरी के उस पर कई मुकदमे हुए, जेल गया। इसके बाद उसने तस्करी के क्षेत्र में कदम रखे तो पीछे मुड़कर नहीं देखा। इस दौरान वह कई बार जेल भी गया लेकिन, तस्करी की कमाई का चस्का ऐसा लगा कि देखते ही देखते उत्तराखंड व दिल्ली में करियर खड़े कर लिये। करियर के जरिये स्मैक सप्लाई करने लगा और करोड़ों नहीं अरबपति बन गया। अकूत दौलत कमाकर सफेदपोश बना। फिर पत्नी इमराना बेगम को भी सफेदपोश बनाने के लिए उसे फतेहगंज पश्चिमी से चेयरमैनी का चुनाव लड़ाया लेकिन, वह हार गईं। फिर भी दूसरे नंबर पर रहीं। चुनाव में उसने बेशुमार दौलत लुटाई। शुरुआती जांच में उसकी रोड पर एक दुकान दो मंजिला, कस्बा में मज़ार के पास हाल नुमा दुकान, एक हाल मज़ार के पास, एक टाल, एक आलीशान कोठी, ,सोरहा गांव में कई बीघे कृषि भूमि व कई लग्जरी कारें होने की बात सामने आई है।
खानदान व रिश्तेदारों को बनाया कोरियर, मीरगंज को बनाया ठिकानाः शाहिद उर्फ कल्लू इतना शातिर था कि तस्करों पर शिकंजा कसते देख मोबाइल फोन से वाइस काल के बजाय वाट्सएप काल के जरिए गिरोह के संपर्क में रहता था। वांछित होने के बाद मीरगंज को अपना ठिकाना बनाया। नौसना गांव में रहने वाले रिश्तेदारों के माध्यम से उत्तराखंड के शहरों में वह दिल्ली-एनसीआर व उत्तराखंड में स्मैक की सप्लाई कर रहा था। बकायदा खानदान व रिश्तेदारों को करियर के रूप में इस्तेमाल करता। नौसना गांव में जिस रिश्तेदार के वहां वह रुका था मीरगंज पुलिस के मुताबिक, वह गांव का प्रधान अकील अहमद है। तस्करों ने मीरगंज के नौसना के साथ गुलड़िया, शीशम खेड़ा, चुरई दलपतपुर, दिवरिया, कस्बा मीरगंज व रैया नंगला गांव को सुरक्षित ठिकाना बना रखा है। एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि सपा सभासद शाहिद उर्फ कल्लू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उसने फतेहगंज पश्चिमी के पांच तस्करों से स्मैक खरीदने की बात कबूली है।पांचों को नामजद कर उनकी भी तलाश शुरू करा दी गई है।
सपा जिलाध्यक्ष बोले, कल्लू पार्टी की किसी भी कमेटी का सदस्य नहीं हैः तस्कर शाहिद उर्फ कल्लू के पकड़े जाने के बाद समाजवादी पार्टी पर सवाल खड़े होने लगे। तस्करों को संरक्षण देने का आरोप लगने लगा। तस्कर के पूर्व में मीरगंज विधानसभा से सपा का उपाध्यक्ष होने व सपा के उसके बैनर व होर्डिंग्स इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गईं। होर्डिंग में सभासद की पत्नी इमराना बेगम को समाजवादी पार्टी से मीरगंज विधान सभा महिला अध्यक्ष, वहीं शाहिद उर्फ कल्लू को विधानसभा का उपाध्यक्ष दिखाया गया है। होर्डिंग में बरेली मुरादाबाद खंड निर्वाचन क्षेत्र से संजय कुमार मिश्रा उर्फ गुरुजी के समर्थन में वोट देने की अपील की गई है। इसी होर्डिंग में सुरेश गंगवार को मीरगंज विधानसभा का अध्यक्ष व महेंद्र पाल को फतेहगंज पश्चिमी सभासद वार्ड-12 दिखाया है। इन सब बातों पर सपा जिलाध्यक्ष अगम मौर्य ने सफाई पेश करते हुए कहा कि तस्कर शाहिद उर्फ कल्लू पार्टी की किसी भी कमेटी में सदस्य नहीं है। यह पोस्टर मेरे संज्ञान में पहली बार आया है।