बरेली में पतंग के पेच लड़ाने वाले सात पतंगबाज बने सट्टेबाज, पुलिस ने भेजा जेल, जानिए क्या रही वजह
श्यामगंज पुल से निकलने वालों के आए दिन पतंग की डाेर से घायल होने की घटनाओं से आजिज पुलिस ने रविवार को सात ‘पतंगबाज’ को पकड़ लिया। गुनाह यही था कि शाहदाना लकड़ी की टाल से उनकी पतंग आसमान में उड़ान भर रही थी।
बरेली, जेएनएन। श्यामगंज पुल से निकलने वालों के आए दिन पतंग की डाेर से घायल होने की घटनाओं से आजिज पुलिस ने रविवार को सात ‘पतंगबाज’ को पकड़ लिया। गुनाह यही था कि शाहदाना लकड़ी की टाल से उनकी पतंग आसमान में उड़ान भर रही थी। पुलिस ने पकड़ा, फटकारा.. फिर बारी आई कार्रवाई की। एसएसपी ऑफिस तक जानकारी दी गई कि पतंग के बहाने सट्टा लगाते लड़कों को पकड़ा है। बस दर्ज हो गया सट्टे का मुकदमा। अब स्वजन उन्हें छुड़ाने के लिए अफसरों के घरों के चक्कर काट रहे हैं।
बारादरी थाने की पुलिस आए दिन श्यामगंज पुल पर मांझे की चपेट में आकर घायल होने वालों से परेशान थी। बारादरी पुलिस का पारा रविवार दोपहर उस समय चढ़ गया। जब थाने के सामने मैदान से पतंग उड़ाते युवक नजर आए। इंस्पेक्टर ने थाने की फोर्स के साथ मैदान की घेराबंदी की। सात पतंगबाजों को धर दबोचा। उन्हें थाने लगाया गया। स्वजनों को जानकारी हुई तो वह भी थाने पहुंच गए।
अब पुलिस कार्रवाई करने पर अड़ी हुई थी। इसलिए स्वजनों को बताया गया कि सभी आरोपित रुपये लगाकर पेंच लड़ा रहे थे। पुलिस ने सातों के खिलाफ जुआं अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए पतंगबाजों ने अपना नाम बिलाल निवासी बिहारीपुर ढाल, रिहान निवासी चकमहमूद, वसीम निवासी रबड़ीटोला, अंशु यादव निवासी नगर निगम कैंपस, नासिर निवासी जोगीनवादा, रिजवान निवासी कटिकुइंया, विनोद निवासी कटाराचांद खां हैं।
इंस्पेक्टर शितांशु शर्मा ने बताया कि श्यामगंज पुल पर अक्सर मांझे के चलते हादते हुोते हैं। दर्जनों लोग मांझे से लहूलुहान हो चुके है। अक्सर थाने के सामने से मैदान से पतंग उड़ाई जाती है। पूरब की तरफ हवा होने पर मांझा श्यामगंज पुल पर आकर गिरता है। समझाने के बाद भी पतंगबाज बाज नहीं आते। रविवार को मुखबिर ने सूचना दी कि रुपये लगाकर पतंग की पेंच लड़ाई जा रही है। इसके बाद कार्रवाई की।
सट्टे की सूचना पर दबिश दी गई थी। आरोपित युवक पतंग के पेंच की आड़ में जुआं खेल रहे थे। इसलिए उनकी गिरफ्तारी की गई है। - रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी बरेली