बरेली : पुलिस ने अटकाया हत्या का केस, सिटी मजिस्ट्रेट तलब
पुलिस ने अदालत को भेजी रिपोर्ट में कहा है कि वर्ष 2018 में हेड मुहर्रिर सत्यवीर त्यागी ने खुदकुशी कर ली थी। मालखाना का चार्ज उन्हीं पर था। इस वजह से माल अदालत में पेश होना संभव नहीं है।
बरेली, जेएनएन। बारादरी पुलिस की कारस्तानी के चलते हत्या का मुकदमा अदालत में छह साल से लटका पड़ा है। हाईकोर्ट ने वर्ष 2019 में हत्यारोपित अमर कश्यप को जमानत देने से इन्कार करते हुए इस मुकदमे को तीन माह के अंदर निपटाने का आदेश दिया था।
मुद्दई की गवाही वर्ष 2015 में शुरू हुई थी। आखिरी बयान तत्कालीन इंस्पेक्टर जसवीर सिंह यादव का हुआ जो अभी तक पूरा नहीं हो सका है। अदालत में माल मुकदमाती पेश होना है। जिसमें बारादरी पुलिस बीते छह साल से हीला हवाली कर रही है। अदालत को भेजी रिपोर्ट में कहा गया कि वर्ष 2018 में हेड मुहर्रिर सत्यवीर त्यागी ने खुदकुशी कर ली थी। मालखाना का चार्ज उन्हीं पर था। इस वजह से माल अदालत में पेश होना संभव नहीं है।
जिलाधिकारी के आदेश के बावजूद टीम का गठन कर मालखाना का चार्ज किसी को नहीं सौंपा गया। अपर सेशन जज-10 शिव कुमार ने पुलिस की रिपोर्ट को आपत्तिजनक व निंदनीय बताते हुए टीम के अध्यक्ष नगर मजिस्ट्रेट व थाना के संबंधित मजिस्ट्रेट को निजी तौर पर अदालत में पेश होने का फरमान जारी किया है। मामले की अगली सुनवाई 16 जनवरी को होगी।