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हर महीने अलग अलग शहर से वाहन चोरी करने वाले गिरोह को पुलिस ने दबोचा, बचने के लिए अपनाते थे ये ट्रिक

बरेली से लेकर गाजियाबाद व दिल्ली तक वाहन चोरी करने वाले गैंग को किला पुलिस ने धर दबोचा। आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस ने चार वाहन बरामद किए। बरामगद वाहनों में तीन वाहन दिल्ली से चोरी किए गए हैं।

By Ravi MishraEdited By: Published: Sat, 23 Jan 2021 12:57 PM (IST)Updated: Sat, 23 Jan 2021 12:57 PM (IST)
हर महीने अलग अलग शहर से वाहन चोरी करने वाले गिरोह को पुलिस ने दबोचा, बचने के लिए अपनाते थे ये ट्रिक
हर महीने अलग अलग शहर से वाहन चोरी करने वाले गिरोह को पुलिस ने दबोचा

बरेली, जेएनएन। बरेली से लेकर गाजियाबाद व दिल्ली तक वाहन चोरी करने वाले गैंग को किला पुलिस ने धर दबोचा। आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस ने चार वाहन बरामद किए। बरामगद वाहनों में तीन वाहन दिल्ली से चोरी किए गए हैं। आरोपित हर महीने शहर बदल-बदल कर वाहन चोरी को अंजाम देते थे। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दज कर उन्हें जेल भेज दिया है।

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किला पुलिस देर रात वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इस दौरान दारोगा अजय शुक्ला और सनी चौधरी ने एक बाइक सवार को रोकने की कोशिश की तो वह भागने लगा। जिसके बाद पुलिस ने उसे दौड़ाकर धर दबोचा। पुलिस ने बाइक के कागज मांगे तो वह दिखा नहीं पाया। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो वह उसने वाहन चोरी की बात कबूल की और अपना नाम रोशन खान निवासी जसौली किला बताया। उसने बताया कि उसकी गैंग में उसका भाई और कुछ अन्य लोग भी है। पुलिस ने देर रात दबिश देकर उसके भाई तनवीर खान को पकड़ा तो उसकी निशानदेही पर तीन और वाहन बरामद हुए। इस दौरान पुलिस ने गैंग के अन्य सदस्यों के घर दबिश दी लेकिन वह नहीं मिले।

हर महीने चोरी के लिए बदल देते थे शहर

पकड़े गए चोर बेहद शातिर है। वह हर महीने शहर बदल-बदल कर चोरी करते थे। पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो बताया कि हर महीने शहर बदल देने से पकड़े जाने का खतरा कम रहता था। वह बरेली, मुरादाबाद, गाजियाबाद से लेकर दिल्ली तक वाहन चोरी करते थे। पकड़े गए चार वाहनों में से तीन वाहन दिल्ली के निकले।

बेचने के लिए रंग के आधार पर बदलते थे वाहनों के नंबर

पकड़े गए चोर इतने शातिर थे कि वाहन चोरी के बाद वह वाहन को बेचने के लिए वह उसी रंग के वाहन का फर्जी नबंर डालते थे। कस्टर जब एप के जरिए चेक करता था तो उसी रंग के वाहन और नंबर देखने के बाद बाइक खरीद लेता था। एक बार बाइक बेचने के बाद वह कस्टमर से दोबारा नहीं मिलते थे। 


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