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Bareilly News : बरेली में सम्मान बचा रहे आइटीआर भरने वाले किसान, लौटा रहे किसान सम्मान निधि

Bareilly Kisan Samman Nidhi Recovery News अपात्र होते हुए भी किसान सम्मान निधि लेने वाले किसान अपना सम्मान बनाए रखने के लिए अब निधि वापस लौटा रहे है।यह निधि वह रिकवरी के आदेश के बाद वापस कर रहे है।

By Ravi MishraEdited By: Published: Fri, 20 May 2022 02:15 PM (IST)Updated: Fri, 20 May 2022 02:15 PM (IST)
Bareilly News : बरेली में सम्मान बचा रहे आइटीआर भरने वाले किसान, लौटा रहे किसान सम्मान निधि
Bareilly News : बरेली में सम्मान बचा रहे आइटीआर भरने वाले किसान, लौटा रहे किसान सम्मान निधि

बरेली, जेएनएन। Bareilly Kisan Samman Nidhi Recovery News : लघु एवं सीमांत किसानों को दी जाने वाली किसान सम्मान निधि बड़ी संख्या में अपात्रों को मिलती रही। हैरानी यह कि अपात्र होने के बावजूद उन लोगों ने किसान सम्मान निधि को लेने से मना नहीं किया, जबकि वे लोग इनकम टैक्स रिटर्न भी दाखिल करते थे। सरकार ने जब सम्मान निधि पाने वाले किसानों का मिलान आइटीआर भरने वाले किसानों से कराया तो मामले की पोल खुल गई।

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जिले में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थी 3005 किसान ऐसे पाए गए जो आइटीआर दाखिल कर रहे थे। इन किसानों से 11100 किस्तों 2.22 करोड़ रुपये की रिकवरी की जानी है। इसके लिए किसानों को कृषि विभाग की ओर से नोटिस भेजे जा रहे हैं, जिससे वे किसान सम्मान निधि को वापस कर दें। मामले में खुद को फंसता देखकर बड़ी संख्या में किसान नोटिस मिलते ही खुद ही सम्मान निधि की धनराशि को लौटा रहे हैं, जिससे कि सम्मान बरकरार रहे। जिले में 153 किसानों से अब तक 617 किस्तों के रूप में 12.34 लाख रुपये की रिकवरी की जा चुकी है।

चार माह में दो हजार रुपये दी जाती किस्त

एक वर्ष में किसानों को छह हजार रुपये किसान सम्मान निधि दी जाती है। इसमें चार माह में दो हजार रुपये की तीन किस्तें एक साल में दी जाती हैं।

मार्च तक पात्र मिले मिले 3333 किसानों का डाटा भेजा

अपात्र मिले किसानों से रिकवरी करने के साथ ही कृषि विभाग की ओर से पात्र मिलने वाले किसानों का डाटा भी शासन को भेजा जा रहा है, जिससे उन्हें किसान सम्मान निधि का लाभ दिलाया जा सके। जिले में 31 मार्च तक पात्र मिले 3333 किसानों का डाटा मुख्यालय को भेजा गया है।

425 करदाता ले रहे थे किसान सम्मान निधि, होगी रिकवरी

संस, मीरगंज: तहसील क्षेत्र में 425 ऐसे लोगों की सूची जारी हुई है जो कृषि के अलावा कोई न कोई अन्य व्यवसाय भी करते हैं और सरकार को टैक्स चुकाते हैं। इसके बाद भी यह लोग किसान सम्मान निधि पा रहे थे। इनके यहां नोटिस भेजकर रिकवरी की तैयारी की गई है।

भाजपा सरकार में सभी भूमिधर किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि देने का फैसला किया गया था। उस समय राजस्व विभाग की खतौनी में दर्ज नामों को किसान माना गया था, लेकिन टैक्स जमा करने वाले पेंशनर, सरकारी सेवारत चतुर्थ श्रेणी को छोड़कर अन्य कई व्यवसाय करने वाले को अपात्रों की श्रेणी में माना गया। काफी संख्या में अपात्रों ने भी आवेदन किया था और उन्हें सम्मान निधि मिलने लगी।

अब अपात्रों की छटनी का कार्य किया जा रहा है। कृषि विभाग को सूचियां भेजी जा रही हैं। पहले रिकवरी के नोटिस भेजे जा रहे हैं। विकासखंड मीरगंज में 165, फतेहगंज पश्चिमी में 169, शेरगढ़ में 132 सहित 425 किसानों को सम्मान निधि वापस करनी होगी। सहायक विकास अधिकारी (कृषि) का कहना है कि अपात्र किसानों की सूची मिली है। अधिकारियों का आदेश हुआ है कि सूचीबद्ध लोगों से मिलकर इनके रुपये जमा कराएं।

तहसील मुख्यालय पर स्थित उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी कार्यालय में तैनात विषय वस्तु विशेषज्ञ को तीनों ब्लाकों और नगर क्षेत्र के 425 अपात्र किसानों की सूची मिली है। इनसे किसान सम्मान निधि वापस करानी है। एसडीएम मीरगंज डा. वेदप्रकाश मिश्रा ने बताया कि लेखपाल, ग्रामपंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी व कृषि विभाग की ओर नामित कर्मचारी सहित चार सदस्यीय टीम अपात्रों को खोज रही है।

आइटीआर भरने वाले तमाम किसान नोटिस मिलने पर खुद ही किसान सम्मान निधि लौटा रहे हैं। रिकवरी करने के लिए किसानों को 15 अप्रैल के बाद से नोटिस भी भेजे जा रहे हैं। डा. धीरेंद्र चौधरी, जिला कृषि अधिकारी


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