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इन दिनों सिर्फ मृत्यु प्रमाण पत्र बना रहा बरेली नगर निगम, जानिये जन्म प्रमण पत्र क्यों नहीं बना रहा

अस्पतालों में मरीजों के इलाज को फिर श्मशान भूमि में दाह संस्कार के लिए जगह नहीं। अचानक मौतों के बढ़े ग्राफ से सिर्फ स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाएं नहीं चरमराई हैं। नगर निगम के जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र तैयार करने वाले विभाग पर भी बोझ बढ़ा है।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Sat, 01 May 2021 02:06 PM (IST)Updated: Sat, 01 May 2021 02:06 PM (IST)
इन दिनों सिर्फ मृत्यु प्रमाण पत्र बना रहा बरेली नगर निगम, जानिये जन्म प्रमण पत्र क्यों नहीं बना रहा
जनवरी के बाद सर्वाधिक मृत्यु प्रमाणपत्र कोविड संक्रमण बढ़ने के बाद बन रहे नगर निगम में।

बरेली, जेएनएन। अस्पतालों में मरीजों के इलाज को, फिर श्मशान भूमि में दाह संस्कार के लिए जगह नहीं। अचानक मौतों के बढ़े ग्राफ से सिर्फ स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाएं नहीं चरमराई हैं। नगर निगम के जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र तैयार करने वाले विभाग पर भी बोझ बढ़ा है। अंदाजा लगाइए कि जन्म प्रमाणपत्र फिलहाल बनाने ही बंद कर दिए गए हैं। क्योंकि कर्मचारियों को मृत्यु प्रमाणपत्र बनाकर देने से ही फुरसत नहीं मिल रही है। सिर्फ मार्च से अप्रैल के आखिरी सप्ताह तक मृत्यु प्रमाण बनाने के लिए 40 फीसद अधिक आवेदन पहुंच रहे हैं।

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दरअसल, शहर में तीन मुख्य श्मशानभूमि हैं। संजयनगर, सिटी श्मशान और गुलाबबाड़ी। तीनों जगह पर होने वाले दाह संस्कार वहां बैठा स्टाफ रजिस्टर में नोट करके एक पर्ची स्वजन को देता है। जिसको दिखाने पर नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग का स्टाफ मृत्यु प्रमाणपत्र ऑनलाइन जनरेट करता है। अमूमन एक मृत्यु प्रमाण को बनाकर देने में तीन से चार दिन का समय लगता है। अब अचानक मौतों के आंकड़े बढ़ने के बाद नगर निगम के स्टाफ पर भी दबाव बढ़ा है। इसलिए जन्म प्रमाणपत्र नहीं बनाए जा रहे है। सिर्फ मृत्यु प्रमाणपत्र जारी किए जा रहे हैं।

मृत्यु प्रमाणपत्र का डाटा फीड कर रहे नगर निगम के कर्मचारी मुकेश खन्ना ने बताया कि कोरेाना काल 2020 की अपेक्षा 2021 में मृत्यु प्रमाण पत्रों की संख्या बढ़ गयी है। हालांकि किसी भी आवेदन के माध्यम से हमें जानकारी नहीं होती है कि यह मौत कोविड के कारण से हुई है। लेकिन पिछले एक महीने से लगातार संख्या में बढ़ोत्तरी आ रही है। अब तक आफलाइन भी आवेदन भी जमा किये जा रहे थे। लेकिन अब सिर्फ ऑनलाइन आवेदन आ रहे हैं। कोरोना काल की वजह से ऑफलाइन आवेदनों को बंद कर दिया गया है।

उन्होंने बताया कि नगरनिगम परिसीमन में 250 से अधिक अस्पताल संचालित हैं। कुछ डाटा इन अस्पतालों से भी आता है।नगर स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. अशेाक कुमार ने बताया कि मृत्यु प्रमाण के आदेवन सिर्फ कोविड के नहीं है। सामान्य मृत्यु वाले भी पहुंचते है। इस वक्त मृत्यु प्रमाणपत्र के आवेदन अधिक आ रहे हैं।

मृत्यु प्रमाणपत्र के आवेदन

जनवरी - 967

फरवरी - 871

मार्च - 728

अप्रैल - 1025


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