Bareilly Love Jihad Case Update: पार्टी हाईकमान ने जारी किया फरमान, पुलिस अधिकारियों से नहीं मिलेंगे भाजपाई
बरेली के बहुचर्चित लव जिहाद मामले में भाजपा कार्यकर्ताओं व हिंदूवादी संगठनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद सियासत तेज हो गई है। भाजपा नेताओं ने पुलिस की इस कार्रवाई को एकतरफा बताते हुए एफआइआर को फर्जी बताया है।
बरेली, जेएनएन। बरेली के बहुचर्चित लव जिहाद मामले में भाजपा कार्यकर्ताओं व हिंदूवादी संगठनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद सियासत तेज हो गई है। भाजपा नेताओं ने पुलिस की इस कार्रवाई को एकतरफा बताते हुए एफआइआर को फर्जी बताया है। बुधवार को दर्ज की गई एफआइआर के खिलाफ भाजपा के पदाधिकारी पुलिस के आला अधिकारियों से मिलने की तैयारी में थे।
तब तक लखनऊ पार्टी हाईकमान से पदाधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए कि अभी इस मामले में कोई भी कदम नहीं उठाया जाएगा। पुलिस को उनका काम करने दिया जाए। आगे की रणनीति तय होने के बाद ही इस पर कोई ठोस कदम उठाया जाएगा। गौरतलब है कि लव जिहाद को लेकर 20 अक्टूबर को किला थाने में भाजपाइयों व हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा काटा था। थाने में तोड़फोड़ की थी।
तीन दिन पहले एक लड़की अपने प्रेमी के साथ घर से भाग गई। घटना 17 अक्टूबर की है। तीसरे दिन 20 अक्टूबर को लड़की ने वीडियो वायरल कर माता-पिता से लड़के के खिलाफ किसी भी प्रकार की कार्रवाई न कराने की अपील की। एसएसपी व एसपी सिटी से सुरक्षा की गुहार लगाई। दोपहर एक बजे तय कार्यक्रम के मुताबिक भाजपाई किला थाने में ज्ञापन देने पहुंचे थे।
यहां सीओ सेकेंड साद मियां खान से हल्की बहस के बाद भाजपाई धरना प्रदर्शन पर उतर आए, कुर्सियां तोड़ कर अपना आक्रोश जताया था। जिसके बाद पुलिस ने लाठियां फटकारी। इससे भाजपाई और उग्र हो गए थे। इधर, फरीदपुर में एडीजी डीआइजी और एसएसपी समाधान दिवस के तहत सुनवाई कर रहे थे। मामले के उम्र होने की जानकारी मिलते ही तीनों आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और भाजपाइयों को मनाया था। आला अफसरों के आश्वासन के बाद बवाल शांत हुआ था।