अपहृत माना जा रहा रेलवे टीटीई का बेटा मथुरा में मिला, बोला- बांके-बिहारी का भक्त हूं, दर्शन करने गया था
Bareilly Kidnapping Case स्कूल गए 13 वर्षीय रेलवे टीटीई के बेटे नमन कुमार के अपहरण की गुत्थी गुरुवार को सुलझ गई। नमन बांके बिहारी का भक्त निकाला। कहा कि बांके बिहारी का भक्त हूं दर्शन करने जा रहा था। मम्मी-पापा से इसलिए नहीं बताया कही मना न कर दें।
बरेली, जेएनएन। Bareilly Kidnapping Case : स्कूल गए 13 वर्षीय रेलवे टीटीई के बेटे नमन कुमार के अपहरण की गुत्थी गुरुवार को सुलझ गई। नमन बांके बिहारी का भक्त निकाला। कहा कि बांके बिहारी का भक्त हूं, दर्शन करने जा रहा था। मम्मी-पापा से इसलिए नहीं बताया कि कही मना न कर दें। इसीलिए स्कूल बैग में एक जोडी कपड़े रखे। आटो वाले अंकल ने जैसे ही स्कूल पर उतारा, दोस्त के अंदर दाखिल होते हुए निकल आया और कपड़े बदलकर स्टेशन पहुंच गया। कासगंज पहुंच दूसरी ट्रेन के इंतजार में बैठा रहा। करीब तीन घंटे इंतजार के बाद ट्रेन मिली।
इस दौरान स्टेशन पर बंदर के साथ खेलकर समय बिताया। इज्तनगर के कुदेशिया बिल्डिंग में परिवार संग रहने वाले टीटीई शरद कुमार के 13 वर्षीय बेटे नमन के अपहरण के सूचना बुधवार को उस वक्त फैल गई जब वह स्कूल से लौटकर घर न आया। नमन को स्कूल ले जाने वाले आटो चालक संजय ने उसे स्कूल गेट पर छोड़े जाने की बात कही। नमन के दोस्त ने भी उसके स्कूल गेट तक साथ आने की ही बात बताई। सीसीटीवी खंगाले गए तो उसमे आटो दिखा ही नहीं। अपहरण का मुकदमा दर्ज कर इज्जतनगर पुलिस ने नमन की तलाश शुरू की। बुधवार देररात ही मथुरा के भरतपुर थाने की चौकी पर तैनात दारोगा की नजर नमन पर पड़ी।
नमन पैदल ही जा रहा था। दारोगा को शक हुआ तो रोका, पूछने पर नमन ने कोचिंग से वापस लौटने की बात कही। इतनी रात में कोचिंग के दारोगा के सवाल पर नमन अटक गया। तब जाकर असल कहानी सामने आई। बताया कि वह मथुरा के झीगुरपुरा एलपी नागर रोड का रहने वाला है। घर पर मन नहीं लग रहा था। बांके बिहारी के दर्शन व परिजनों से मिलने का मन था, इसलिए चला आया हूं। मथुरा पुलिस ने बरेली पुलिस से संपर्क किया। फोटो मिलान से नमन के ही होने की पुष्टि हुई। गुरुवार को इज्जतनगर पुलिस नमन को लेकर आई और उनके स्वजन को सौंप दिया।