सूदखोरों के बंधन से मुक्त हुई आठ बीघा जमीन, एडीजी बरेली जोन की सख्ती के बाद हरकत में आई थी पुलिस
40 हज़ार रुपए देकर सूदखोर द्वारा आठ बीघे जमीन कब्जाने के मामले को गुरुवार को दैनिक जागरण ने प्रमुखता से उठाया था।इस खबर का संज्ञान लेते हुए एडीजी अविनाश चंद्र ने सख्त रुख अपनाते हुए एसएसपी रोहित सिंह सजवाण को जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
बरेली, जेएनएन। 40 हज़ार रुपए देकर सूदखोर द्वारा आठ बीघे जमीन कब्जाने के मामले को गुरुवार को दैनिक जागरण ने प्रमुखता से उठाया था।इस खबर का संज्ञान लेते हुए एडीजी अविनाश चंद्र ने सख्त रुख अपनाते हुए एसएसपी रोहित सिंह सजवाण को जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।इस पर एसएसपी ने फतेहगंज पश्चमी पुलिस को तत्काल मौके पर जाकर जांच करने के लिए कहा था। जांच करने पर मामला सही पाया गया और पुलिस द्वारा सूदखोर के चंगुल से आठ बीघा जमीन मुक्त कराकर वादी युवक को कब्जा दे दिया गया।
मामला फतेहगंज पश्चिमी के बल्लिया गांव का है। यहां के रहने वाले ज्ञान उपाध्याय ने बताया था कि उनके पिता राम आसरे शर्मा द्वारा सूदखोर से 40 हज़ार रुपये लिए गए थे इसके बदले में सूदखोर ने दो साल के लिए जमीन जोतने बोने के लिए ले ली। बकायदा इसकी लिखा पढ़ी है। दी साल का समय पूरा होने के बाद भी सूदखोर जमीन खाली करने को राजी नहीं थे जबकि पिता द्वारा जो रकम ली गयी थी वह सूदखोरों को वापस दी जा रही थी। सूदखोर जमीन पिता द्वारा खुद के नाम दिए जाने का दावा कर रहे थे। इस पर पीड़ित ने मामले की शिकायत की थी। मामला एडीजी अविनाश चंद्र तक पहुंचा था। एडीजी ने एसएसपी को जांच कराने के निर्देश दिए थे। पूरे प्रकरण को दैनिक जागरण ने प्रमुखता से उठाया था। जांच के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए जमीन सूदखोरों के बंधन से मुक्त कराई और वादी को जमीन पर कब्जा दिलाया। न्याय मिलने पर पीड़ित ज्ञान उपाध्याय ने पुलिस और दैनिक जागरण का शुक्रिया अदा किया।