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आठ लाख के गबन में फंसे बरेली के पूर्व उप डाकपाल, साइन किए बिना दंपती के खाते से निकली नकदी

Fraud in Bareilly Postal Department डाक विभाग में एक बार फिर से लाखों रुपये के गबन का मामला सामने आया है। विभागीय अधिकारियों ने पूर्व उप डाकपाल पर गबन का मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि बचत खाते से बिना खाताधारक के हस्ताक्षर के रकम निकल गई।

By Ravi MishraEdited By: Published: Mon, 17 Jan 2022 09:26 AM (IST)Updated: Mon, 17 Jan 2022 09:26 AM (IST)
आठ लाख के गबन में फंसे बरेली के पूर्व उप डाकपाल, साइन किए बिना दंपती के खाते से निकली नकदी
आठ लाख के गबन में फंसे बरेली के पूर्व उप डाकपाल, साइन किए बिना दंपती के खाते से निकली नकदी

बरेली, जेएनएन। Fraud in Bareilly Postal Department : डाक विभाग में एक बार फिर से लाखों रुपये के गबन का मामला सामने आया है। विभागीय अधिकारियों ने पूर्व उपडाकपाल पर गबन का मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि एक दंपती के बचत खाते से एक लाख की रकम बिना खाताधारक के हस्ताक्षर के निकाल ली गई। आडिट के बाद संदेह होने पर विभाग द्वारा जांच कराने पर उपडाकपाल द्वारा की गई हेराफेरी की बात सामने आयी है।

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उत्तरी उपमंडल डाकघर के निरीक्षक सुरेंद्र कुमार ने भूतपूर्व उपडाकपाल प्रयाग सिंह पर डाकघर में जमा की गई एक लाख आठ हजार रुपयों का गबन करने का आरोप लगाते हुए इज्जतनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस से की गई शिकायत में निरीक्षक सुरेंद्र सिंह ने बताया कि प्रयाग सिंह 12 सितंबर से दो मार्च 2015 तक उपडाकपाल के पद पर कार्यरत रहे। उन्होंने बताया कि पद पर रहते हुए उपडाकपाल ने कई लोगों के खाते में जमा होने वाली रकम का गबन कर लिया। बताया कि डाकघर में संचालित रेनोर नेल्सन व उनकी पत्नी जे नेल्सन के बचत खाते से 24 दिसंबर 2014 को एक लाख रुपये की निकासी कर दी गई।

जबकि निकासी फार्म पर न ही खाताधारक के हस्ताक्षर थे और ना ही वह फार्म उनके द्वारा भरा गया था। रघुवीर सिंह बिष्ट के आरडी खाते में 21 जनवरी 2015 को जमा की गई दो हजार की रकम को भी सरकारी हिसाब-किताब में नहीं जोड़ा गया। वहीं आरडी धारक माधुरी देवी द्वारा 16 फरवरी 2015 को खाते में दो हजार रुपये जमा किए गए जिसकी पासबुक पर उप डाकपाल द्वारा मोहर भी लगाई गई, लेकिन सरकारी खाते में उनकी एंट्री ही नहीं की गई। इसी प्रकार कई मामलों में हेराफेरी की गई।

दस्तावेजों में अंकित धनराशि व सरकारी खजाने में जमा हुई राशि में जब हेरफेर मिला तो अधिकारियों ने मामले की जांच कराई। जांच के दौरान उपडाकपाल द्वारा एक लाख आठ हजार रुपये गबन करने की बात सामने आई। इज्जतनगर पुलिस ने तहरीर के आधार पर लोक सेवक द्वारा धनराशि का गबन करने के आरोप में उपडाकपाल प्रयाग सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरु की है।


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