Bareilly Chinese Manjha News : रक्षाबंधन पर थी करोड़ों का खूनी मांझा खपाने की तैयारी, दैनिक जागरण की मुहिम के बाद कारोबारियों ने बदला पैटर्न
Bareilly Chinese Manjha News देसी मांझा का कारोबार चौपट करने के लिए रक्षाबंधन पर करोड़ों का चाइनीज मांझा खपाने की तैयारी थी। आगरा और गाजियाबाद से खेप भी पहुंच गई लेकिन ऐन वक्त पर सख्ती बढ़ने के बाद बड़े कारोबारियों के सामने माल खपाने की दिक्कत पैदा हो गई।
बरेली, जेएनएन। Bareilly Chinese Manjha News : देसी मांझा का कारोबार चौपट करने के लिए रक्षाबंधन पर करोड़ों का चाइनीज मांझा खपाने की तैयारी थी। आगरा और गाजियाबाद से खेप भी पहुंच गई, लेकिन ऐन वक्त पर सख्ती बढ़ने के बाद बड़े कारोबारियों के सामने माल खपाने की दिक्कत पैदा हो गई। कोड वर्ड सार्वजनिक होने के बाद रेती चौराहा, किला, बांसमंडी, कोहाड़ापीर, पुराने शहर, सीबीगंज के स्वालेनगर के पतंग और मांझा कारोबारियों ने दुकानों से चाइनीज मांझा हटवाकर रिश्तेदार और दोस्तों के घरों में पहुंचा दिया है।
ये घर दुकान के 200 मीटर के दायरे में ही होते हैं। बदले पैटर्न में फुटकर दुकानदारों के साथ फोन पर डीलिंग हो रही है। मांझे के वजन के मुताबिक कीमत बता दी जाती है। फिर फुटकर दुकानदार थोक दुकान पर सिर्फ कीमत अदा करने के लिए पहुंचता है। मांझे की डिलीवरी दुकान के 150-200 मीटर के दायरे में दूसरे अड्डे से होती है। अब पुलिस अगर दुकान तक पहुंच भी जाए, तो मांझा नहीं पकड़ा जा सकता है।
बरेली में रक्षाबंधन पर पतंग उड़ाने की परंपरा पुरानी है। पतंग और मांझा बेचने वाले कारोबारियों की तैयारी महीनों पहले से होती है। इस दफा भी चाइनीज मांझा को आगरा और गाजियाबाद के रास्ते मंगवाया गया। सूत्रों के मुताबिक करोड़ों के कारोबार की संभावना के चलते थोक कारोबारियों ने बड़ी खेप मंगवाई। इसी दरम्यान श्यामगंज ओवरब्रिज पर आरएसएस विस्तारकों के चाइनीज मांझा से घायल होने के बाद दैनिक जागरण ने चाइनीज मांझा पर प्रतिबंध पूरी तरह से लागू कराने का मुद्दा शुरू किया। सख्ती बढ़ते ही थोक कारोबारियों ने चाइनीज मांझा को बेचने का तरीका बदला है।
रक्षाबंधन से पहले वाली रात में खपेगा लाखों का मांझा
रविवार को रक्षाबंधन है। पतंग और मांझा कारोबारियों के एक वाट्सएप ग्रुप पर तय हुआ है कि शनिवार रात 10 बजे के बाद चाइनीज मांझे की खेप उठाई जाएगी। रक्षाबंधन पर पुलिस ड्यूटी अधिक होती है। ठीक एक रात पहले पुलिस गतिविधि थोड़ी शिथिल मानी जाती है। इसका फायदा चाइनीज कारोबारी उठाना चाहते है। फुटकर दुकानदारों ने अपने बड़े ग्राहकों तक ये संदेश पहुंचाना शुरू भी कर दिया है। रविवार सुबह तक मांझा खपाया जाना है। बिथरीचैनपुर, सीबीगंज, भुता जैसे इलाकों में दिन में भी बिक सकता है।